
मध्यप्रदेश में हुए मतदान के बाद अब सट्टा बाजार का भी रूख बदल गया है. सट्टा बाजार के हिसाब से अब कांग्रेस मध्यप्रदेश में सरकार बना रही है. इससे पहले बीजेपी के सरकार बनाने का जिक्र सट्टा बाजार में था. बताया जा रहा है कि 28 नवंबर को हुए मतदान में वोटिंग का प्रतिशत बढ़ा है. वोटिंग का प्रतिशत बढ़ना रूलिंग पार्टी के लिए चिंताजनक होता है. और यही वजह है कि वोटिंग प्रतिशत बढ़ने के बाद सट्टा बाजार में भी कांग्रेस की सरकार बनने का जिक्र तेज हो गया है।
. इन दिनों सट्टा बाजार आसमान की ऊचाईयों को छू रहा है. जिसका मुख्य कारण मध्यप्रदेश के इलेक्शन है. करीब 20 दिनों पहले सट्टा बाजार में बीजेपी का भाव कम था. यानी सट्टा बाजार के हिसाब से बीजेपी प्रदेश में सरकार बना रही थी. लेकिन 28 नवंबर को हुए मतदान ने सट्टा बाजार का रूख बदल दिया है. प्रदेश में पिछले चुनाव के मुकाबले वोटिंग इस बार करीब तीन प्रतिशत ज्यादा हुई है. शायद यही वजह है कि सट्टा बाजार के हिसाब से अब प्रदश में कांग्रेस की सरकार बन रही है. लोग बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस पर दांव खेल रहे है. माना जाता है कि सट्टा बाजार का अनुमान लगभग सटिक होता है।
मध्यप्रदेश के मालवा अंचल के इंदौर जिले की चुनावी फिजा में इस बार सट्टा बाजार की भी धमक दिखने लगी है, सट्टा मंडी में इस बार कमल के मुरझाने की उम्मीद है, जबकि कांग्रेस की पकड़ मजबूत हो रही है. पिछले चुनाव में इंदौर की 9 में से 8 सीटें जीतने वाली बीजेपी इस बार पांच सीटों पर सिमट रही है. यानि तीन सीटें बीजेपी के हाथ से निकल रही हैं।
ख़बरों की माने तो जबलपुर की आठ विधानसभा सीटों को लेकर सट्टा बाजार में खुले आंकड़ों के अनुसार दो से तीन सीटों पर भाजपा के काबिज होने की बात सामने आई है तो वहीं कांग्रेस का दो से बढ़कर इस बात 5 से 6 तक पहुंच रहा है, यह आंकड़ा खुलने के बाद कांग्रेस के प्रत्याशियों से लेकर नेताओं व कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है, वहीं सटोरिए इस बात को भी इंकार नहीं है कि दो सीटों पर निर्दलीय भी समीकरण बिगाडऩे की ताकत रखते है।
प्रदेश में इस बार जमकर मतदान किया गया है। जिसे देखते हुए कोई भी यह विश्लेषण नहीं कर पा रहा है ये बदलाव का मतदान है या फिर वर्तमान सरकार के कामों से खुश हुए लोगों का। नतीजा तो 11 दिसंबर को आएगा लेकिन जबलपुर में भाजपा के समीकरण बिगड़ते देख अब सट्टा बाजार में भी उठापटक होना शुरू हो गई है। सटोरियों ने जबलपुर में भी प्रत्याशियों की जीत हार पर आंकड़े खोल दिए है, इन आंकड़ों को सच मानकर प्रत्याशियों को समर्थकों ने जीत की बधाईया देना तक शुरु कर दिया है। जबलपुर में भी कांग्रेस काफी आगे दिखाई दे रही है, खासतौर पर दो सीटों को लेकर तो सट्टा बाजार ने सनसनी मचा दी है, जिसमें एक सीट पर भाजपा को तीसरी पोजीशन पर लाकर खड़ा कर दिया है। सटोरियों का यह मानना है कि इन दोनों सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी कांटे की टक्कर दे रहे है, जो परिणाम बदलने तक की ताकत रखते है।