
मध्यप्रदेश में बिजली की अघोषित कटौती पर पहले से मचे सियासी बबाल के बीच एक नया विवाद खड़ा हो गया। बिजली कटौती को लेकर सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हो रहा है।
वायरल हुए इस कथित ऑडियो में 2 शख्स आपस में बिजली कटौती को लेकर बात करते हुए सुनाई दे रहे हैं जिसमें एक शख्स दूसरे को चुनाव के समय जान-बूझकर बिजली काटने के निर्देश दे रहा है।
इस कथित ऑडियो में फोन करने वाला शख्स जिससे बात कर रहा वह बाकायदा इस बात की जानकारी दे रहा है कि कैसे जान-बूझकर थोड़ी-थोड़ी देर के लिए बिजली काटी जा रही है।
वायरल हुए ऑडियो में भोपाल और इंदौर के कई इलाकों में जान-बूझकर बिजली बंद करने की भी बात की जा रही है वहीं बिजली काटने के बदले पैसे के लेन-देन की बात भी वायरल ऑडियो में हो रही है। कथित ऑडियो में छोटे शहरों और गांवों में जान-बूझकर बिजली कटौती कर कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को बदनाम करने की बात भी की जा रही है।
कमलनाथ सरकार जो पहले से ही अफसरों और कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल उठा रही थी, इस ऑडियो के वायरल होने के बाद अब आक्रामक हो गई है। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि सरकार पूरे ऑडियो की जांच कराएगी।
मंत्री ने कहा कि शुरुआती तौर पर लग रहा है कि ऑडियो में बिजली विभाग का कोई इंजीनियर किसी राजनेता या अधिकारी से बात कर रहा है और ऑडियो में वही बात हो रही, जैसा कुछ वास्तव में घट रहा है।मंत्री ने भाजपा और आरएसएस पर सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएग और जो भी दोषी हुआ, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।