मध्यप्रदेश BJP में बढ़ रही है बगावत , मीटिंग में 15 विधायको के नही पहुंचने से मची खलबली

कर्नाटक के सियासी नाटक के बाद अब मध्यप्रदेश में भी सियासत का एक नया रूप देखने को मिल रहा है जहां पहले दो बीजेपी विधायक ने कांग्रेस के समर्थन के बाद अब 15 विधायक बीजेपी के मीटिंग से गायब हैं।

विधानसभा में बीजेपी विधायकों के द्वारा क्रॉस वोंटिग के बाद वहां राजनीति गरमा गई थी। बीजेपी ने कांग्रेस पर प्रलोभन देने का आरोप लगाया था। लेकिन इस घटना के बाद भी मध्यप्रदेश में बीजेपी को झटका लगता दिख रहा है। बीजेपी ने गुरुवार को सक्रिय सदस्यता अभियान की बैठक आयोजित की थी, जिसमें बीजेपी के सभी विधायकों को शमिल होना अनिवार्य था लेकिन इसके बाद भी 15 विधायक इस बैठक में नहीं शामिल हुए।

नदारद रहे विधायकों में क्रॉस वोटिंग करने वाले भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कौल भी शामिल हैं।

इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता सुहास भगत, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव समेत कई नेता मौजूद थे।

दिल्ली में चल रहे संसद के मानसून सत्र के बीच इस बैठक में भाग लेने के लिए राकेश सिंह भोपाल में मौजूद थे। उन्होंने बैठक की शुरुआत में ही जिलेवार तरीके से लोगों को खड़ा करके पूछा कि किस जिले से कौन विधायक आया है। जिसके बाद इस बैठक में 15 विधायकों के नहीं पहुंचने की जानकारी सामने आई। बैठक में बीजेपी के 15 विधायकों के नहीं शामिल होने के बाद वहां पर सियासी हलचल तेज हो गयी है। वहीं, इसको लेकर बीजेपी भी पूरी तरह से सक्रिय हो गयी है और बैठक से गायब विधायकों से संपर्क करने में जुटी है।

इससे पहले कांग्रेस के नेताओ ने दावा किया था कि बीजेपी के कई विधायक कांग्रेस के सम्पर्क में हैं इसलिए बीजेपी चाहे कुछ भी कर ले कांग्रेस सरकार को अस्थिर नही कर सकती है। मिली जानकारी के अनुसार 15 विधायको के अनुपस्थिति पर केंद्रीय नेता भी प्रदेश के नेताओ से जाबाब मांगा है।

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