आज कांग्रेस के लिए एक बेहद ही दुःखद खबर आई है क्योंकि लम्बे समय से बीमार चल रहे महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राजीव सातव का 46 साल की उम्र में निधन हो गया।
कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से राजीव सातव का पुणे के जहांगीर हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था।
22 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी, बाद में वे वेंटिलेटर पर भी रहे थे। कुछ दिन पहले सातव का कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया था। लेकिन न्यूमोनिया के चलते उनकी सेहत लगातार खराब होती गई।
निधन की खबर आते ही कांग्रेसजनों में शोक की लहर है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने लिखा “मुझे अपने दोस्त राजीव सातव के खोने का बहुत दुख है. वह विशाल क्षमता वाले नेता थे जिन्होंने कांग्रेस के आदर्शों को असली रूप दिया. यह हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है. उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना और प्यार.”
राजीव सातव राज्यसभा सदस्य बननेसे पहले हिंगोली लोकसभा सीट से 2014 से 2019 के बीच सांसद भी रहे हैं. सातव गुजरात कांग्रेस के प्रभारी और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के स्थायी आमंत्रित सदस्य हैं. बता दें यह वर्किंग कमेटी कांग्रेस में सबसे ऊंची फैसला लेने वाली कमेटी होती है।
राजीव सातव की गिनती कांग्रेस के बड़े नेताओं में होती थी. उन्हें राहुल गांधी का करीबी भी माना जाता था. राजीव सातव महाराष्ट्र से आते थे. वो विधायक से लेकर लोकसभा और राज्यसभा के सांसद तक रह चुके थे.
उनका जन्म 21 सितंबर 1974 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था. वो महाराष्ट्र में कांग्रेस का बड़ा चेहरा थे. राजीव 2008 से 2010 तक महाराष्ट्र युवा कांग्रेस और 2010 से 2014 तक युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके थे. राजीव पहली बार 2009 से 2014 तक महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य रहे. 2014 में हिंगोली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीते. उसके बाद अप्रैल 2020 में उन्हें राज्यसभा सांसद चुना गया था.
राजीव सातव के निधन पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, “निशब्द! आज एक ऐसा साथी खो दिया जिसने सार्वजनिक जीवन का पहला कदम युवा कांग्रेस में मेरे साथ रखा. आज तक साथ चले पर आज राजीव सातव की सादगी, बेबाक मुस्कराहट, जमीनी जुड़ाव, नेत्रत्व और पार्टी से निष्ठा और दोस्ती सदा याद आएंगी. अलविदा मेरे दोस्त! जहां रहो, चमकते रहो.”
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी उनके निधन पर दुख जताया है. प्रियंका ने ट्वीट किया, “राजीव सातव के रूप में हमने अपना एक प्रतिभाशाली साथी खो दिया. वो दिल के साफ, ईमानदार, कांग्रेस के आदर्शों के लिए प्रतिबद्ध और भारतीयों के प्रति समर्पित थे. मेरे पास शब्द नहीं हैं. बस उनकी पत्नी और बच्चों के लिए प्रार्थना हैं. उन्हें उनके बिना आगे बढ़ने की शक्ति मिले.”
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सातव की हालत पर नजर बनाए हुए थे. महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट लगातार उनसे मिलने हॉस्पिटल में जाते रहे हैं. इसके अलावा वर्षा गायकवाड़ अपने मंत्रालय से छुट्टी लेकर उनकी निगरानी कर रही थीं. शुरुआत में राज्यमंत्री विश्वजीत कदम को सतव की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई थी।