
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद का संशय गुरुवार रात 11.13 बजे खत्म हो गया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ही प्रदेश की कमान संभालेंगे। दिल्ली में चली मैराथन बैठक के बाद भोपाल में हुई विधायक दल की बैठक में कमलनाथ को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। अब सोमवार को कमलनाथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में रात 11.13 बजे प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया। नाथ मध्यप्रदेश में 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस पर्यवेक्षक एके एंटोनी ने कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने का ऐलान कर दिया। पत्रकार वार्ता में कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, एके एंटोनी मौजूद थे।
कमलनाथ ने कहा यह पद मेरे लिये मील का पत्थर है। इसी दिन 13 दिसम्बर को इंदिरा जी छिन्दवाड़ा आयी थी तब मुझे जनता को सौंपा था। कमलनाथ ने कहा मुझे विश्वास है मध्य प्रदेश का भविष्य सुरक्षित रहेगा, जनता का भरोसा टूटने नहीं दूंगा| प्रदेश की जनता और कार्यकर्ताओं का आभार| उन्होंने कहा ज्योतिरदित्य सिंधिया का धनयवाद जिन्होंने मेरा समर्थन किया। इनके पिताजी के साथ मेने काम किया। इसलिए इनके समर्थन पर ख़ुशी। अगला समय चुनौती का है, हम सब मिलकर हमारा वचन पत्र पूरा करेंगे। शपथ के बारे कमलनाथ ने कहा कल राज्यपाल से 1030 बजे मिलकर बताएँगे|
कमलनाथ ने कहा मुझे पद की कोई भूख नहीं। मेरी कोई माँग नहीं थी। मेने अपना पूरा जीवन बिना किसी पद की भूख के कांग्रेस पार्टी को समर्पित किया है। मेने संजय गांधी जी , इंदिरा जी , राजीव जी के साथ काम किया और अब राहुल गांधी के साथ काम कर रहा हू। बता दें कि यह अजब संयोग आज के दिन 13 दिसम्बर 1979 को इंदिरा गांधी ने अपने तीसरे बेटे के रुप में कमलनाथ को छिन्दवाडा की जनता को सौपा था| इसी तरीक को 13 दिसम्बर 2018 को कमलनाथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री घोषित किये गए हैं|
शपथ समारोह 17 दिसम्बर को होगा| भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में शपथ समारोह में प्रदेश भर के कार्यकर्ता जुटेंगे, इस समारोह में कई बड़ी हस्तियां भी शामिल होंगी| वहीं सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक कमलनाथ के साथ 20 मंत्री भी शपथ ले सकते हैं| हालाँकि अभी इसकी पुष्टि नहीं की| इसके अलावा सीएम पद के दावेदार माने जा रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया की क्या भूमिका होगी इसको लेकर भी अभी कोई ऐलान नहीं हुआ है|
इससे पहले राहुल गाँधी के आवास पर दिन भर बैठकों का दौर चलता रहा जिसमे तमाम दिग्गज नेता मंथन करते रहे| तीन राज्यों में मुख्यमंत्री के नाम तय होना है| इस बैठक में सोनिया गाँधी, प्रियंका गाँधी समेत मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के नेता भी शामिल रहे|
कमलनाथ के पीसीसी कार्यालय पहुंचते ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव समेत कांग्रेस के बड़े नेताओं ने उनका स्वागत किया।
सिंधिया ने पहनी जीत की माला
इधर, भोपाल पहुंचते ही जब कांग्रेस नेताओं ने एयरपोर्ट पर सिंधिया का स्वागत हारफूलों से किया। पीसीसी कार्यालय पर भी सिंधिया ने माला पहनी। गौरतलब है कि सिंधिया ने चुनाव से पहले ऐलान किया था कि जब तक हम वायदा पूरा नहीं कर देते तब तक मैं फूलों की माला नहीं पहनूंगा।