आज भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जन्मदिन है। इस अवसर पर पूरा देश आज उन्हें याद कर रहा है पंडित नेहरू के जन्मदिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि उन्हें बच्चों से काफी प्यार था और बच्चे इसलिए उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहते थे।
जवाहरलाल नेहरू का जन्म सन् 1889 में इलाहाबाद में एक कश्मीरी ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनके पिता मोतीलाल नेहरू काफी प्रख्यात अधिवक्ता थे.
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रमुख सहयोगियों में से एक थे. मोतीलाल नेहरू के चार बच्चे थे, जिनमें जवाहरलाल नेहरू सबसे बड़े थे. नेहरू ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा घर में प्राइवेट ट्यूटर के द्वारा 14 वर्ष की आयु में ही पूरी कर ली थी. जब वे 15 साल के हुए तो उन्हें इंग्लैंड के हैरो स्कूल में आगे की पढ़ाई करने के लिए भेज दिया गया.
दो साल बाद वे कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज चले गए, जहां उन्होंने प्राकृतिक विज्ञान में डिग्री हासिल की. इसके बाद नेहरू ने लंदन में अपनी बैरिस्टर की पढ़ाई पूरी की. वे 1912 के आसपास भारत वापस आ गए थे, उस समय उनकी उम्र 22 साल थी.
भारत वापस आने के बाद उन्होंने अपने बैरिस्टर पिता मोतीलाल नेहरू के साथ प्रेक्टिस करना शुरू किया. 1916 में, उन्होंने कमला कौल से शादी की और दिल्ली में बस गए. 1917 में उनके घर एक बेटी का जन्म हुआ, जिसका नाम उन्होंने इंदिरा प्रियदर्शिनी रखा.
1917 में एनी बेसेंट की गिरफ्तारी के बारे में पता चलने के बाद नेहरू के अंदर राजनीति के प्रति रुचि बढ़ी. वे ऑल इंडिया होम रूल लीग में शामिल हुए. महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए असहयोग आंदोलन (1920-22) के दौरान जवाहरलाल नेहरू पहली बार गिरफ्तार हुए थे. उन्होंने जेल में करीब 9 साल बिताए.
1920 में उन्हें इंडियन नेशनल कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया. यह राजनीति में उनकी पहली नेतृत्वकारी भूमिका थी और वे अंग्रेजों को अपने मुल्क से बाहर निकालने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध थे.
जब अंग्रेजों ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध में भारत की भागीदारी की घोषणा की, तो नेताओं के परामर्श के बिना नेहरू और कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने 1942 में भारत छोड़ो प्रस्ताव पारित कर डाला. इसके तुरंत बाद महात्मा गांधी और अन्य नामी नेताओं के साथ नेहरू की गिरफ्तारी हो गई थी.
15 अगस्त, 1947 में जब भारत आजाद हुआ तो जवाहरलाल नेहरू को प्रथम प्रधानमंत्री बनाया गया, लेकिन इस पद को संभालते हुए उनके सामने कई सारी चुनौतियां खड़ी थीं. सबसे बड़ा उस खूनी विभाजन के बाद देश को संभालना था, जिसने देश के दो टुकड़े कर दिए थे. जवाहर लाल नेहरू ने बहुत ही सहजता और लगन के साथ अपनी जिम्मेदारियों को संभाला और देश को विकास की तरफ बढ़ाने का कार्य किया.
पंडित मेरे को आधुनिक भारत का निर्माता के रूप में जाना जाता है। भारत आज जिस रूप में दिख रहा है उसका नींव नेहरू ने ही रखा था। नेहरू ने आजदी के भारत के विकास और शिक्षा पर ध्यान दिया और विश्वस्तरीय संस्थाओं का निर्माण किया। आज भर के सर्वश्रेष्ठ संस्थान जो भी हैं उनका निर्माण पंडित नेहरू के ही कार्यकाल मे हुआ था। पंडित नेहरू आजद भारत मे करीब 17 साल तक प्रधानमंत्री रहे हैं।