राजस्थान कांग्रेस में हुए मतभेद को सुलझाने की दिशा में कांग्रेस अब कदम बढ़ाते हुए दिख रही है। जिससे राजस्थान के सियासी संकट के खत्म होने का आसार बढ़ गया है। विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एवं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से हुए सचिन पायलट के मुलाकात के बाद अब पार्टी ने सभी विवादों के निराकरण के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।
यह कमेटी सचिन पायलट एव उनके सहयोगी विधायकों के शिकायत पर गौर करेगी। इस कमेटी में प्रियंका गांधी वाड्रा, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल को रखा गया है।
राजस्थान में चल रहे राजनीतिक उथल-पुथल के बीच सचिन पायलट की ओर से कमेटी शिकायत सुनेगी।
पार्टी ने कहा कि दोनों नेताओं ने एक स्पष्ट, खुली और निर्णायक चर्चा की।
के. सी. वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फैसला किया है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी पायलट एवं अन्य नाराज विधायकों की ओर से उठाए गए मुद्दों के निदान एवं उचित समाधान तक पहुंचने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन करेगी।”
उन्होंने कहा, “सचिन पायलट ने राहुल गांधी जी से मुलाकात की और उन्हें विस्तार से अपनी चिंताओं से अवगत कराया।
दोंनों के बीच स्पष्ट, खुली और निर्णायक बातचीत हुई।” उनके मुताबिक, पायलट ने कांग्रेस पार्टी और राजस्थान में कांग्रेस सरकार के हित में काम करने की प्रतिबद्धता जताई है।
राजस्थान के बागी कांग्रेस नेता सचिन पायलट और उनके समर्थकों को पार्टी में लाने की कोशिशों के बीच, नाराज चल रहे नेता ने सोमवार को राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने पायलट को आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य की राजनीति के बारे में उनकी शिकायतों का संज्ञान लिया जाएगा और उनकी पिछली स्थिति उप मुख्यमंत्री और राज्य पार्टी प्रमुख को बहाल किया जाएगा।
कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि पायलट खेमे ने अहमद पटेल सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं से संपर्क किया था और हालिया घटनाक्रम पर राहुल गांधी को भी विश्वास में लिया गया है और उन्होंने इस कदम का समर्थन किया है।
इससे पहले कांग्रेस ने पायलट के बागी तेवर दिखाने के बाद उन्हें उपमुख्यमंत्री और राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया था।