उत्तर प्रदेश में लगातार ही प्रदर्शनकारियों का दमन हो रहा है। जहां भी प्रदर्शनकारी सरकार की नीतियों के खिलाफ या सरकार के किसी कार्यक्रम के खिलाफ विरोध करता है तो उसे लाठियों से पीटकर भगा दिया जाता है। सरकार के इस नीति के खिलाफ विपक्ष एकजुट होता हुआ दिख रहा है।
ऐसे में मौलाना जौहर पार्क बिलरियागंज में चल रहे प्रदर्शन पर जिस प्रकार से पुलिस ने लाठीचार्ज करके प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा था उसके खिलाफ आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा जाएंगी।
आजमगढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के गढ़ आजमगढ़ है।
प्रियंका नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ रैली में पुलिस पिटाई में घायल प्रदर्शनकारियों से मुलाकात करेंगी. माना जा रहा है कि कांग्रेस अब अखिलेश यादव के गढ़ में सियासी सेंधमारी की कोशिश कर रही है. प्रियंका दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी गई थीं.
दिल्ली के शाहीन बाग की ही तरह आजमगढ़ के मौलाना जौहर पार्क बिलरियागंज में सीएए के खिलाफ धरना-प्रदर्शन चल रहा था!
बीते दिनों आंदोलनकारियों को पुलिस ने खदेड़ दिया था. इसके साथ ही कई प्रदर्शनकारियों पर मुकदमे दर्ज किए गए थे और कई को जेल में बंद कर दिया. कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने जेल में बंद प्रदर्शनकारियों से भी मुलाकात की थी. अब इन प्रदर्शनकारियों से मिलने आज प्रियंका पहुंचेंगी।
प्रदर्शनकारियों पर पुलिस बर्बरता के खिलाफ प्रियंका गांधी वाड्रा बीते दिनों राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) पहुंची थीं. इस शिकायत पर एनएचआरसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को एक नोटिस जारी किया था. प्रियंका ने यूपी पुलिस पर प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर अत्याचार का आरोप लगाया था. आयोग ने यूपी सरकार को नोटिस का जवाब देने के लिए छह हफ्ते का समय दिया है।
प्रियंका लगातार यूपी में कांग्रेस के जनाधार बढ़ाने के लिए कोशिश में लगी हुई हैं।