लखीमपुर खीरी मामले को लेकर कांग्रेस अब काफी आक्रामक हो गई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने का समय मांग है.
कांग्रेस ने ये समय लखीमपुर खीरी की घटना में पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात का समय मांगा है।
कांग्रेस केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को पद से हटाने की मांग के साथ एक ज्ञापन सौंपेगी। इस ज्ञापन में राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी के सात नेताओं का नाम भेजा गया है।
कांग्रेस महासचिव संगठन केसी. वेणुगोपाल ने रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र में कहा है कि लखीमपुर की घटना के हवाले से लिखा है कि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस गाड़ी ने किसानों को रौंदा है उसे गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा का पुत्र चला रहा था लेकिन सरकार इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
वहीं गृह राज्य मंत्री पर लगे आरोपों के बाद भी सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। पत्र में राष्ट्रपति से आग्रह किया गया है कि कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल इस मुद्दे पर मुलाकात कर उन्हें सारी स्थिति से अवगत कराना चाहता है। प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के अलावा महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी और गुलाम नबी आजाद, भी मौजूद रहेंगे।
लखीमपुर खीरी मामले को लेकर कांग्रेस ने इसकी जांच सिटिंग जज से कराने की मांग की थी और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की भी मांग कर की है।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी मामले को लेकर कांग्रेस ने बहुत ही आक्रामक रुख अख्तियार किया हुआ है। घटना वाले दिन ही उत्तर प्रदेश की प्रभारी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी जाना चाहती थी लेकिन उन्हें जाने की अनुमति नहीं दी गई। यही नहीं प्रियंका गांधी को सीतापुर में डिटेन कर दो दिनों तक रखा गया।