विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने मी टू अभियान में यौन शोषण के आरोप लगाए जाने पर पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। अकबर ने विदेश यात्रा से रविवार को लौटने के बाद अपने ऊपर 10 से अधिक महिलाओं के लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए धमकी दी थी कि वह इस मामले में मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
अकबर की तरफ से पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किए जाने के बाद रमानी ने कहा कि अकबर धमकी और उत्पीड़न के जरिए आवाज बंद करने की कोशिश कर रहे हैं। रमानी ने अपने एक बयान में कहा, “मैं काफी निराश हूं कि केंद्रीय मंत्री ने कई महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोपों को राजनीतिक साजिश करार देते हुए खारिज कर दिया। मेरे खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करके अकबर ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है।” रमानी ने अपना बयान सोशल मीडिया पर साझा किया है।
उन्होंने कहा, “अनेक महिलाओं द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों का सामना करने के बजाय वह (अकबर) धमकी और उत्पीड़न के माध्यम से मुंह बंद कराना चाहते हैं।” रमानी ने जोर देकर कहा कि वह मानहानि के आरोपों का सामना करेंगी। उन्होंने कहा, “क्योंकि सच और पूर्ण सच ही मेरा बचाव है।” उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं ने अकबर के खिलाफ खुलकर खड़े होने का साहस दिखाया है, उन्होंने अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को गंभीर खतरे में डालकर ऐसा किया है।
वहीं, एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली महिला पत्रकारों में से पांच अपने दावों पर कायम हैं। इंडियन एक्सप्रेस में छपी ख़बर के मुताबिक, आरोप लगाने वाली दो पत्रकारों ने अकबर की प्रतिक्रिया पर नाराज़गी भी ज़ाहिर की है।
मोदी सरकार को अपने नारे की समीक्षा करनी चाहिए। जिस एमजे अकबर पर दर्जनों महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न
का आरोप लगाया है वो अब भी मोदी मंत्रिमंडल की शोभा बढ़ा रहा है।
इतना ही नहीं मोदी के ये मंत्री आरोप लगाने वाली एक पत्रकार के खिलाफ अपने 97 वकीलों की फौज उतार रहे हैं।
पूर्व पत्रकार और भारत के मौजूदा विदेश राज्य मंत्री पर पर 14 महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
जब ये आरोप लग रहे थे तब मंत्री जी नाइजीरिया के दौरे पर थें।
‘मुग़लों का अकबर महान था या नहीं लेकिन मोदी का अकबर वाकई ‘महान’ है’ एक महिला पत्रकार के आरोप के खिलाफ 97 वकील हतप्रभ करता है।
“हम प्रधानमंत्री जी से पूछना चाहते हैं कि क्या ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ का नारा सिर्फ़ खोखला था? अब उनके मंत्री ने मानहानि का केस किया है”।