
पिछले कुछ समय से यह देखा गया है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता कुछ अनर्गल बयानबाजी करके लोगों को भ्रमित करने और विपक्षी दलों के नेताओं कार्यकर्ताओं को उन मुद्दों में उलझा कर देश की जरूरत के मुद्दों से भ्रमित कर देते हैं जिसको देखते हुए कॉन्ग्रेस राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) और प्रदेश इकाइयों के सभी पदाधिकारियों को जनता से जुड़े वास्तविक मुद्दों पर फोकस करने और उनका समर्थन लेने के लिए कहा है।
कांग्रेस राष्ट्रीय राजधानी में 30 नवंबर को एक विशाल रैली की तैयारी कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या मामले पर हुए फैसले का नाम लिए बिना प्रियंका ने कहा, “हाल ही में हुए फैसले के बाद कड़े प्रयासों के बावजूद भाजपा जनता का ध्यान अपनी तरफ नहीं खींच सकी, इसलिए कांग्रेस को आम आदमी से जुड़े वास्तविक मुद्दों पर फोकस करना चाहिए।”
रैली में विपक्ष के सभी नेता शामिल हो सकते हैं। रैली में सबसे ज्यादा फोकस अर्थिक मंदी और बढ़ती बेरोजगारी पर रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर देश को भुखमरी की तरफ ले जाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने कहा कि वह 30 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में सरकार की ‘जन-विरोधी नीतियों’ के विरोधी में विशाल रैली का आयोजन करेगी।
पार्टी नेताओं के अनुसार, रैली को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी , पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और महासचिव प्रियंका गांधी संबोधित करेंगी।
महासचिवों, प्रभारियों, सचिवों, पार्टी की प्रमुख इकाइयों के प्रमुखों और प्रदेश इकाइयों के अध्यक्षों के साथ बैठक करने के बाद पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, “हमने केंद्र सरकार के खिलाफ जनता के मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए सरकार की जन-विरोधी नीतियों के खिलाफ विशाल जनसभा आयोजित करने का फैसला किया है।”
आर्थिक मंदी, कृषि संकट, बेरोजगारी के मुद्दों पर सरकार की निंदा करते हुए वेणुगोपाल ने कहा, “हमने एनएसएसओ रिपोर्ट की लीकेज, खाद्य पदार्थ और अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की। यह बिल्कुल स्तब्ध करने वाला है।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “सभी जानते हैं कि सरकार अपनी गलत नीतियों से देश को भुखमरी जैसी स्थिति में पहुंचा रही है।”
प्रियंका गांधी के बातों से स्पष्ट है मि कांग्रेस अब देश की जरूरत के वैसे मुद्दे जिससे आम जनता पर सीधा असर होता है उसको लेकर आक्रमक ढंग से केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की भारतीय जनता पार्टी की सरकारों पर हमलावर होते हुए ना सिर्फ खुद को मजबूत करने का काम करेंगी बल्कि जनता को भी जागरूक कर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ माहौल बनाने की दिशा में काम करेगी।