उत्तर प्रदेश का सोनभद्र अब राजनीति का बड़ा केंद्र बिंदु बनता नजर आ रहा है जहां एक तरफ प्रियंका गांधी अपने जिद्द पर अड़ी है तो वही सरकार और प्रशासन उनके मांगो के आगे झुकती नजर नही आ रही है।
सोनभद्र हिंसा पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को कल हिरासत में ले लिया गया. जिसके बाद उनकी रात चुनार गेस्ट हाउस में गुजरी. हिरासत में लेने को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा है कि मैंने कोई कानून नहीं तोड़ा है. पीड़ित परिवार से मिलना मेरा नैतिक अधिकार है। प्रियंका चुनार के जिस गेस्ट हाउस में रुकी हैं वहां का बिजली-पानी तक बन्द कर दिया गया है।
प्रियंका ने यह भी कहा कि अगर सरकार पीड़ितों से मिलने के अपराध के लिए मुझे जेल में डालना चाहें तो मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं. वहीं इस मामले में कल राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर सवाल उठाए और कहा कि यूपी में बीजेपी सरकार प्रियंका से डरी हुई है और उन्हें हिरासत में लेना गैरकानूनी है.
बीती रात वाराणसी के कमिश्नर से प्रियंका ने बातचीत में कहा कि अगर मुझे सोनभद्र नहीं जाने दे रहे तो पीड़ित परिवार को चुनार लाकर मिलवाने दें. कांग्रेस नेता अजय राय ने बताया कि इस पर प्रशासन ने कोई आश्वासन नहीं दिया है.
गेस्टहाउस से निकलने के बाद प्रियंका गांधी ने मीडीया से बातचीत के दौरान कहा है कि अगर सोनभद्र में धारा 144 लागू है तो मुझे अपनी गाड़ी से ले जाइए नहीं तो पीड़ितों से मुझे कहीं ओर मिलवा दें. प्रशासन जहां कहेगा मैं वहां मिल लूंगी. उन्होंने कहा कि मैं पीड़ितों से मिले बिना नहीं जाउंगी. सरकार को जो करना है वह कर ले.
प्रियंका ने साथ ही कहा क्या बीजेपी का कोई मंत्री, सांसद पीड़ित परिवार के आंसू पोछने वहां गया है? क्या उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है ?