देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के नाम पर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन को कुचलने के लिए सरकार भी हर हथकंडे को अपनाने का प्रयास कर रही है। लेकिन विपक्ष सरकार द्वारा आंदोलनकारियों पर किए जा रहे हमले को लेकर सरकार को घेरने में लगी हुई है। इसी क्रम में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने आजमगढ़ में पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर किए गए लाठीचार्ज के बाद कल आजमगढ़ पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की और वहां के लोगों से संपर्क किया।
आजमगढ़ के बिलरियागंज घटना के पीड़ितों से मिलने पहुंची प्रियंका गांधी केंद्र और प्रदेश सरकार पर हमलावर रहीं।
उन्होंने कहा कि ये सरकारें एक संप्रदाय नहीं, बल्कि संविधान के खिलाफ कार्य कर रही हैं। हमें संविधान की रक्षा करनी होगी। जहां भी सरकार की ओर से जुल्म और ज्यादती हो रही है, वहां हम पहुंच रहे हैं, आगे भी पहुंचेंगे। प्रियंका सीएए, एनआरसी और एनआरपी के मुद्दे पर पांच फरवरी को धरना दे रहीं महिलाओं पर पुलिस कार्रवाई की शिकार लोगों एवं उनके परिवार से मिलीं।
उन्होंने महिलाओं से घटना के बारे में जानकारी ली, उनका दर्द सुना। उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके संघर्ष में वह साथ हैं। वहां से बाहर निकलने के बाद मीडिया ने उनसे बात करने की कोशिश की, पर वह सीधे कार की छत पर चढ़ गईं और हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया।
उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए माइक से कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रही महिलाओं को जबरदस्ती उठाया गया। पार्क को खोदकर पानी भर दिया गया। जुल्म और ज्यादती के खिलाफ हमने हर जगह की रिपोर्ट तैयार कर मानवाधिकार आयोग को भेजी है। यहां की रिपोर्ट भी भेजूंगी।
जो भी पुलिस कर्मी और अधिकारी दोषी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। केंद्र और प्रदेश की सरकारें एक संप्रदाय के खिलाफ नहीं, बल्कि संविधान के खिलाफ काम कर रही हैं। कहा कि सरकार आरक्षण को भी खत्म करना चाहती है जो हम नहीं होने देंगे। प्रियंका गाड़ी की छत से ही लोगों का अभिवादन करते हुए जिला मुख्यालय की ओर रवाना हो गई।
प्रियंका ने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनआरपी के खिलाफ चल रहे आंदोलनों में हुई पुलिसिया हिंसा को लेकर मानवाधिकार आयोग में शिकायत की है।
पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव तलब किए गए हैं। इस घटना की रिपोर्ट भी मानवाधिकार आयोग को भेजी जाएगी। पीड़ित महिलाओं ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को बताया कि सीएए, एनआरपी और एनआरसी के खिलाफ चार फरवरी को शांतिपूर्ण तरीके से बिलरियागंज के मौलाना अली जौहर पार्क में धरना शुरू किया।
महिलाओं की बातों को सुनकर प्रियंका गांधी ने कहा कि आपके बीच में आकर मेरे दिल को तसल्ली मिली कि मैं आप सबके दु:ख और संघर्ष का हिस्सा बनी। उप्र में जहां भी दमन, अत्याचार और नाइंसाफी होगी वहां मैं जाऊंगी। सबके दु:ख-दर्द का हिस्सा बनेंगी यह मेरा फर्ज है मुझे कोई भी नहीं रोक सकता।
जिले के सम्मानित मौलाना मदनी साहब को यहां के अधिकारी घर से बुलाकर गिरफ्तार किए जबकि वे शांति की बात कर रहे थे, पर प्रशासन ने उन्हें गलत तरीके से गिरफ्तार कर लिया। यह देश बचाने, गौरवशाली विरासत और संविधान को बचाने की लड़ाई है जिससे हम इंच भर भी पीछे नहीं हटेंगे।
भाजपा गरीब और वंचित विरोधी कानून की पैरोकार है। सुप्रीम कोर्ट में आरक्षण विरोधी कानून के लिए वकील खड़ा किया। आरक्षण संविधान के मौलिक अधिकारों में है। संविधान विरोधी इस कानून के खिलाफ भी कांग्रेस संघर्ष करेगी। महिलाओं से मिलने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा बाहर निकली और लोगों अभिवादन करते हुए संबोधित किया और रवाना हो गई।