कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को संसद को बताया कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ वर्ष 2020 से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन के दौरान मृत किसानों के बारे में सरकार के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है।
इस बयान के बाद नरेंद्र तोमर और केंद्र की मोदी सरकार की जमकर आलोचना हो रही है। इस बयान को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सरकार को निशाने पर लेते आरोप लगाया कि सरकार लगातार किसानों का अपमान कर रही है और कहा कि कानूनों को निरस्त करना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ”भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने संसद में कहा कि न तो उसने ‘काले’ कृषि कानूनों पर किसानों की मंशा जानने की कोई कोशिश की और न ही उसके पास शहीद किसानों का कोई आंकड़ा है। अपने खरबपति मित्रों का चश्मा लगाकर आंखों का पानी मार चुकी यह सरकार बस किसानों का अपमान किए जा रही है।” प्रियंका ने ”काले कृषि कानून वापस लो” हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए यह टिप्पणी की।
गौरतलब है कि पिछले साल से तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं इस दौरान लगतार ये खबर आई है कि आंदोलन में भाग ले रहे किसानों को जान गंवाना पड़ रहा है। लेकिन सरकार ने इसको लेकर किसी भी रिकॉर्ड होने से इंकार कर दिया है।