
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज राजस्थान की 13वीं सदी के सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर प्रार्थना की। कांग्रेस अध्यक्ष ने सोमवार सुबह ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में चादर चढ़ाई। दरगाह शरीफ में गांधी परिवार के खादिमों ने राहुल गांधी को परंपरागत तरीके से जियारत करवाई। राहुल के साथ पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख सचिन पायलट मौजूद थे।
राज्स्थान में होने वाले चुनावों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दौरे पर है। सोमवार सुबह राहुल गांधी ने अजमेर शरीफ की दरगाह पहुंचकर गरीब नवाज की दरगाह पर शीश झुकाया। उन्होंने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर अकीकत के फूल और चादर पेश कर जियारत की। दरगाह शरीफ में गांधी परिवार के खादिमों ने राहुल गांधी को परंपरागत तरीके से जियारत करवाई।
इसके बाद राहुल गांधी अजमेर से पुष्कर रवाना हो गए, जहां उन्होंने पुष्कर में प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर में पूजा अर्चना की। राहुल जैसलमेर के पोखरण, जालोर और जोधपुर जिलों में चुनावी सभाओं को संबोधित करने के लिए रवाना होने से पहले पुष्कर में भगवान ब्रह्मा के मंदिर में भी प्रार्थना की।
राहुल गांधी ने ब्रह्मा मंदिर में विधिवत पूजा भी की। इस पूजा के दौरान राहुल गांधी ने अपने गोत्र का नाम भी उजागर किया। पुष्कर में राहुल गांधी ने कौल ब्राह्मण और दत्तात्रेय गोत्र के नाम से पूजा की।
आपको बता दें कि बीजेपी के नेता हमेशा ही गांधी के गोत्र को लेकर कुछ न कुछ बयानबाज़ी करते रहते है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने उनके जनेऊधारी होने पर ही सवाल उठाया।
राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पूरे जोर से तैयारी में लगी हुई है। इसी सिलसिले में राहुल गांधी राजस्थान के दौरे पर हैं। सोमवार को वह राजस्थान के पश्चिमी हिस्से जैसलमेर के पोकरण सहित तीन स्थानों पर चुनावी रैली को संबोधित करेंगे।
दरअसल, कांग्रेस अब अपने को सिर्फ मुसलमानों की पार्टी की रूप में नहीं दिखाना चाहती है। राहुल के कांग्रेस पार्टी का चेहरा बनने के बाद कांग्रेस की रणनीति में बड़ा बदलाव आया है। यही वजह है कि राहुल गांधी ने अगर अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में जियारत का कार्यक्रम तय किया, तो वहीं वह पुष्कर के मंदिर भी गए।