पूरे विश्व मे बढ़ता कोरोना वायरस के संक्रमण से हर देश परेशान है , जितना अधिक टेस्ट बढ़ रहा है उतना ही अधिक नए मरीजो की पुष्टि हो रही है मगर भारत मे रफ्तार काफी धीमी है जिसको लेकर लगातार विपक्षी पार्टी कांग्रेस सरकार को घेर रही है।
इसी क्रम में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि भारत में कोरोना वायरस की जांच के लिए किए जा रहे टेस्ट की रफ्तार बहुत कम है।
राहुल ने ट्वीट कर लिखा,’ कोविड-19 से निपटने के लिए भारत अभी पर्याप्त टेस्ट नहीं कर रहा है। ये समझा जाना चाहिए कि लोगों के ताली बजाने, दीया जलाने और आसमान में टॉर्च दिखाने से ये समस्या हल नहीं होने जा रही है।
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में सवाल किया कि भारत में टेस्ट इतने कम क्यों हो रहे हैं, क्या इसलिए कि प्रधानमंत्री को इसकी कोई परवाह ही नहीं है।
राहुल ने ट्विटर पर एक ग्राफ भी शेयर किया है जिसमें दुनियाभर में 10 लाख की आबादी के हिसाब होने वाले टेस्ट और पॉजिटिव पाए जाने वाले मामलों के बीच संबंध को प्रदर्शित किया गया है।
इस ग्राफ में दिखाया गया है कि भारत में प्रति लाख आबादी के हिसाब से सिर्फ 29 टेस्ट किए जा रहे हैं। वहीं प्रति दस लाख की आबादी पर पाकिस्तान में 67, श्रीलंका में 97, ब्रिटेन में 1891, अमेरिका में 2732, जर्मनी में 5812, इटली में 7122 और दक्षिण कोरिया में प्रति 10 लाख आबादी पर 7622 लोगों की जांच हो रही है।
बता दें कि पीएम मोदी ने पिछले दिनों जनता कर्फ्यू के दिन देशवासियों से शाम 5 बजे 5 मिनट तक कोरोना के खिलाफ जंग के नायकों के प्रति सम्मान के तौर पर ताली, थाली बजाने की अपील की थी। वहीं शुक्रवार को पीएम ने देशवासियों से अपील की है कि कोरोना के खिलाफ जंग में सामूहिकता के इजहार के लिए रविवार को रात 9 बजे लाइट बंद कर 9 मिनट तक मोमबत्ती, टॉर्च जलाएं। इसी को लेकर राहुल ने तंज करते हुए ये सब बंद करके टेस्ट बढ़ाने की मांग की है।
राहुल के अलावा उनकी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी टेस्ट की दर बढ़ाए जाने की मांग कर चुकी हैं। वहीं सुप्रीम कोर्ट में भी एक जनहित याचिका दायर कर मांग की गई है कि भारत में टेस्ट तेजी से किए जाएं और सभी लोगों का कोरोना टेस्ट किया जाए।