केरल में आए भारी बाढ़ के बाद लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ के कारण लोगो के सिर्फ घर , सड़क और खाद्यान्न सामग्री ही नही बल्कि आवश्यक दस्तावेज भी खराब हो गए जिसे फिर से बनवाने में काफी परेशानी हो रही है।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए वायनाड से सांसद और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को एक खत लिखा है, जिसमें उन्होंने केरल में भारी बाढ़ की वजह से लोगों के खोए हुए या क्षतिग्रस्त दस्तावेजों को फिर से जारी करने के लिए एकल-खिड़की प्रणाली की मांग की।
राहुल गांधी ने पत्र में लिखा, ‘मेरे संसदीय क्षेत्र में कई बाढ़ पीड़ित परिवारों ने अपने राशन कार्ड आधार कार्ड, स्कूल कॉलेज के प्रमाणपात्र, जमीन जायदाद से जुड़े दस्तावेज, शादी, जन्म और मृत्यु के प्रमाणपत्र, टैक्स की रसीदें और पैन कार्ड जैसे कई अहम दस्तावेजों को खो दिया है। बाढ़ पीड़ित परिवारों के लोग अपने खोए हुए दस्तावेज दोबारा से बनवाने के लिए कई अलग-अलग अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
राहुल गांधी ने आगे लिखा, ‘बाढ़ पीड़ितों को अलग-अलग दफ्तरों के चक्कर काटने से बचाने के लिए आप डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर के ऑफिस में एक प्रधान अधिकारी को नियुक्त कर सकते हैं, जहां बाढ़ पीड़ित परिवार अपने खोए हुए दतावेजों की डीटेल के साथ संयुक्त आवेदन कर सकें। प्रधान अधिकारी संबंधित विभागों के साथ कॉर्डिनेट कर सकते हैं। दस्तावेजों की डुप्लीकेट प्रतियां इकठ्ठा करें और बाढ़ पीड़ित परिवारों के घरों तक उन्हें पहुंचाएं।’
पत्र के अंत में राहुल गांधी ने लिखा, ‘मैं समझता हूं कि राज्य सरकार इस विषय में पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करने के लिए पूरा सहयोग करेगी।
बता दें कि राहुल गांधी 26 अगस्त को अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड का दौरा करने के लिए केरल जाएंगे। राहुल तीन दिन तक वायनाड में रहेंगे। इससे पहले भी बाढ़ पीड़ित परिवारों से मिलने और राहत शिविरों की समीक्षा करने के लिए राहुल गांधी ने वायनाड समेत कई इलाकों का दौरा किया था।
राहुल गांधी जब से सांसद बने हैं वो लगातर अपने संसदीय क्षेत्र को लेकर राज्यसरकार से मदद दिलवाने के लिए मुख्यमंत्री से संवाद करते हैं और साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस सम्बंध में भी बात किया था।