
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक के हावेरी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने कहा कि राफ़ेल के मुद्दे पर फिर भी निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी देश को दो हिस्सों में बांटकर देखती है. एक तरफ अनिल अंबानी, मेहुल चौकसी जैसे लोग हैं, दूसरी तरफ़ किसान, मजदूर. हम ऐसा देश चाहते हैं, जहां सबको न्याय मिले.
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में ये भी कहा कि पीएम मोदी देश की जनता के चौकीदार नहीं हैं, बल्कि वे अपने मित्र को फ़ायदा पहुंचाने वाले चौकीदार हैं.
उन्होंने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ये सवाल पूछा कि जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अज़हर को किसने रिहा किया था.
राहुल गांधी ने कहा, मोदी मुझे बताएं कि किसने आतंकी मसूद अजहर को भारतीय जेल से पाकिस्तान भेजा था। बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, पीएम मोदी के लिए मेरा एक छोटा सा सवाल है। सीआरपीएफ जवानों को किसने मारा? जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख का नाम क्या है? उसका नाम मसूद अजहर है। उन्होंने कहा कि 1999 में भाजपा की सरकार थी, जिसने उसे भारतीय जेल से अफगानिस्तान के कांधार के रास्ते पाकिस्तान भेजा था।
उन्होंने कहा, “आप इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे। आप क्यों नहीं कह रहे कि जिस व्यक्ति ने सीआरपीएफ जवानों को मारा उसे भाजपा ने पाकिस्तान भेजा था। मोदी जी हम आपकी तरह नहीं हैं। हम आतंक के सामने नहीं झुकते हैं। भारत के लोगों के सामने स्पष्ट कीजिए कि किसने मसूद अजहर को भेजा।
वाजपेयी सरकार के दौरान 1999 में इंडियन एयरलाइंस के अपहृत विमान आईसी-814 के बंधक यात्रियों के बदले अजहर को रिहा किया गया था। गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि जब मोदी भ्रष्टाचार की बात करते हैं तो पूरा देश जानता है कि वह भ्रष्ट हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस और जद(एस) का सत्ताधारी गठबंधन मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेगा और इसे जीतेगा।
राहुल गांधी ने मोदी पर देश के लोगों को पिछले पांच सालों से मेक इन इंडिया, स्टैंड अप इंडिया और सिट डाउन इंडिया जैसे कार्यक्रमों के नाम पर बेवकूफ” बनाने का भी आरोप लगाया। ये सारी बाते तो उन्होंने कर्नाटक में कहीं, इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को गोवा में परंपरागत मछुआरों के एक समूह को आश्वासन दिया कि अगर इस साल केंद्र में उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो मत्स्य पालन के लिए एक अलग केंद्रीय मंत्रालय बनाया जाएगा।