कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार (27 अक्टूबर) को दिल्ली में पार्टी हेडक्वॉटर्स में पूर्व सैन्यकर्मियों से मुलाकात की। इस बैठक के बाद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि अनिल अंबानी को कुछ भी करने के लिए 30,000 करोड़ रुपये तो दिए जा सकते हैं, लेकिन हमारे सैनिकों को OROP (वन रैंक वन पेंशन) नहीं दिया जा सकता। साथ ही राहुल ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर भी मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया।
सेना के पूर्व कर्मचारियों से मिलने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, आज हमारे बीच एक बहुत ही लाभप्रद बैठक हुई। इस दौरान कुछ चीजें सामने आईं। OROP (वन रैंक वन पेंशन) मुद्दा भी सामने आया और पूर्व सैनिकों ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा OROP लागू नहीं किया गया है। साथ ही राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर भी मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया।
भारतीय सेना से रिटायर हुए सैनिक लंबे समय से वन रैंक-वन पेंशन की मांग कर रहे थे। उनके मुताबिक, रिटायर सैनिकों उनके रैंक के हिसाब से पेंशन मिलनी चाहिए न कि रिटायर होने के साल के आधार पर। इस मांग को लेकर लंबे आंदोलन के बाद मोदी सरकार ने 7 सितंबर 2015 को ओआरओपी के लागू करने का आदेश जारी किया था। हालांकि, पूर्व सैनिकों के संगठन इस प्रक्रिया में बदलाव की मांग भी करते रहे। इसके बाद 14 दिसंबर 2015 को सरकार ने एक सदस्यीय न्यायिक समिति का गठन किया। इस समिति ने अपनी सिफारिशें सरकार को सौंप दी हैं, जिस पर आंतरिक समिति विचार कर रही है।
राहुल गांधी ने आगे कहा, जम्मू-कश्मीर की स्थिति खराब है, सरकार के गलत गैर-रणनीतिक दृष्टिकोण और हमारे सैनिकों द्वारा भुगतान की जाने वाली कीमत सामने आ गई। इस बीच राफेल का मामला सामने आया। यह सब चीजें जुड़ी हुई हैं। कनेक्शन यह है कि अनिल अंबानी को कुछ भी करने के लिए 30,000 करोड़ रुपये तो दिए जा सकते हैं, लेकिन हमारे सैनिकों को OROP (वन रैंक वन पेंशन) नहीं दिया जा सकता।
कांग्रेस पार्टी ने ‘वन रैंक, वन पेशन’ पर जो वादा किया था, उसको पूरा करके देगी