कोरोना संकट से पहले से कांग्रेस नेता राहुल गांधी सरकार को इस महामारी के विरोध मे कठोर तथा सख्त निर्णय लेने की हिदायत देते आये थे लेकिन केंद्र सरकार ने कभी गंभीर राहुल गांधी को नही लिया पंरतु पिछले कुछ दिनो से लगातार राहुल गांधी आक्रामक होकर सरकार से हर गंभीर मुद्दे पर सवाल कर रहे है ऐसे कई सवाल है जिनका बीजेपी के पास कोई जवाब नही हैं।
राहुल गांधी ने पहले सोशल मीडिया पर लॉकडाउन के दौरान संवाद सीरिज का आगाज किया जिसमे अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोगो से चर्चा की बीजेपी चाहकर राहुल गांधी के इस संवाद सीरिज का विरोध नही कर पायी और ना ही उनके विडियो को एडिट कर आमजन को गुमराह कर पायी कारण राहुल गांधी की आक्रामक शैली ही थी।
फिर चीन विवाद पर एक मजबूत विपक्ष की भूमिका अकेले राहुल गांधी ने निभाई उनके ट्वीटस का बीजेपी के पास किसी भी तरह का जवाब नही था राहुल ने बीजेपी को ऐसे कटघरे मे खडा किया कि देश के रक्षामंत्री खुद को राहुल को जवाब देने आना पडा लेकिन वो भी स्पष्ट जवाब नही दे पाये थे
यही नही जब देश मे 19 दिन से लगातार पेट्रोल डीजल की कीमते बढ रही है तो जिस शैली से राहुल गांधी अपना विरोध दर्ज करवा रहे है उसका जवाब बीजेपी के पास नही वो महज अभद्र भाषा का ही इस्तेमाल कर पा रहे हैं।
कहने का साफ मतलब ये है कि केंद्र सरकार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट अब परेशान या बैचेन करने लगे है जिस प्रकार से देश मे नरेंद्र मोदी की इमेज नेगेटिव बन रही है उनमे काफी हद तक राहुल के ट्वीटस ही कारण बन रहे है अब देखते है कि राहुल क्या इसी तरह आक्रामक अंदाज मे सरकार से सवाल जारी रखते है या फिर वो अन्य विपक्ष के नेताओ की तरह शांत हो जाते हैं।