राहुल गांधी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि आधे से ज्यादा चुनाव खत्म हो गया है और साफ है कि मोदीजी हार रहे हैं। मुख्य मुद्दे रोजगार, किसान, प्रधानमंत्री का भ्रष्टाचार, देश के संस्थानों पर हमले हैं। हमारी पोलिंग साफ बता रही है कि भाजपा हार रही है।
राहुल गाँधी ने कहा, “सेना, वायुसेना और नौसेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी संपत्ति नहीं है। जब वे (मोदी) ये कहते हैं कि यूपीए के वक्त सर्जिकल स्ट्राइक केवल वीडियो गेम्स में हुई तो यह कांग्रेस का नहीं बल्कि सेना का अपमान है।”
राहुल गाँधी ने कहा, “राफेल मामले में चौकीदार ने 30 हजार करोड़ चोरी किए। मैंने सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी है। मगर ‘चौकीदार चोर है’ नारा है, सच्चाई है। मैं भाजपा और नरेंद्र मोदी से माफी नहीं मांगता। मैंने सिर्फ सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी, क्योंकि गलती हो गई थी।”
“देश की जनता पूछना चाहती है कि मोदीजी बेरोजगारी के वादे का क्या हुआ? हमारे मैनिफेस्टो में पहला चैप्टर इसी बारे में है। मोदीजी इस बारे में कुछ नहीं कहते, क्योंकि उनके पास कोई योजना नहीं है। भ्रष्टाचार पर क्या हाल है आज कहीं भी कह दो चौकीदार, तो आवाज आती है चोर है।”
“चुनाव नरेंद्र मोदी हार रहे हैं, यह आप उनके चेहरे पर देख सकते हैं।”
“नरेंद्र मोदी जी ने डिमोनेटाइज किया, हम रिमोनेटाइज करने के लिए न्याय योजना लाए हैं। मैंने आपको बताया कि हम क्या करने वाले हैं रोजगार के लिए भाजपा क्या कर रही है? हमारे पास स्ट्रैटजी है। कांग्रेस ने जबरदस्त मैनिफेस्टो बनाया है।”
“सेना मोदीजी की पर्सनल प्रॉपर्टी नहीं है। उन्हें लगता है कि सेना उनकी है। यह सर्जिकल स्ट्राइक मोदीजी ने नहीं किए, बल्कि सेना ने किए (पूर्व सेना प्रमुख बिक्रम सिंह के हवाले से सर्जिकल स्ट्राइक्स बताईं)। हम सेना का राजनीतिकरण नहीं करते। प्रधानमंत्री में इतनी समझ होनी चाहिए कि आर्मी का अपमान न करें।”
“रोजगार के मामले में प्रधानमंत्री के पास वो एक्सपर्टीज (विशेषज्ञता) ही नहीं है। जो हैं वो उसका इस्तेमाल नहीं करते। मैंने उनसे कहा कि आइए, डिबेट कर लीजिए। मैं कहीं भी बहस के लिए तैयार हूं। बस, अनिल अंबानी के घर नहीं जाऊंगा।”
“हमारा पहला लक्ष्य मोदी को हराने का है। हम आज नरेंद्र मोदी को हराने जा रहे हैं। भाजपा हारने वाली है। हम पूरा दम लगाकर काम कर रहे हैं।”
कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक, “मुझे भाजपा का कोई अभियान नहीं दिखता। मुझे एक डरा हुआ प्रधानमंत्री दिखता है, जिसे लगता है कि वे चुनाव जीत लेंगे। जब उनसे बेसिक सवाल पूछे जाते हैं, बेरोजगारी पर तो उनके पास सीप्लेन मॉडल होता है, पर बताने के लिए। वे सवालों से भागते हैं।”
“प्रधानमंत्री जी मेरे सामने बहस नहीं कर सकते, जब उन पर दबाव पड़ता है तो वे भाग जाते हैं। हो सकता है राफेल पर बहस के दौरान में ओलांद जी को ही फोन लगा दूं। हमें दो-तीन और स्कैम मिले हैं।”
राहुल गाँधी ने कहा, “मसूद अजहर उसको वहां भेजा किसने। वो पाकिस्तान पहुंचा कैसे? किस सरकार ने आतंकियों के सामने झुककर वापस भेजा? कांग्रेस ने तो ऐसा नहीं किया। भाजपा कॉम्प्रोमाइज करती है। आतंकवाद बड़ा मुद्दा है। इससे पूरी सख्ती से निपटा जाना है। हम मोदीजी से भी ज्यादा सख्ती से आतंकवाद से निपटेंगे। लेकिन देश में इससे भी बड़े मुद्दे (किसानी, बेरोजगारी, कर्ज) हैं।”
राहुल के मुताबिक- भाजपा के मामलों में चुनाव आयोग सीधी रेखा पकड़े हुए है। दूसरी पार्टियों के मामले में चुनाव आयोग पक्षपाती है। किसी भी संस्थान में सरकार का हस्तक्षेप है। चुनाव आयोग भी उससे अछूता नहीं है। हिंदुस्तान की जनता ने मन बना लिया है तो अब सब ठीक होगा। हम किसी भी संस्थान को गंदा नहीं होने देंगे। यह अपराध है।
राहुल ने कहा- मोदी बेरोजगारी पर बात नहीं करते, आज कहीं भी चौकीदार कह दो तो आवाज आती है- चोर है।
‘मोदी कहते हैं कि यूपीए के वक्त सर्जिकल स्ट्राइक केवल वीडियो गेम्स में हुई, यह कांग्रेस नहीं सेना का अपमान’