देश की राजनीति का केंद्र इनदिनों किसान आंदोलन बन गया है। जहां एक तरफ किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं तो वहीं सरकार इस आंदोलन को कुचलने और किसानों से बातचीत कर इस आंदोलन को खत्म करने का प्रयास कर रही है। जबकि विपक्ष लगातार किसान आंदोलन को सही ठहराते हुए सरकार से कृषि बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
इसी को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र पर हमला किया है। प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि यह किसानों की बात करने का समय है।
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, वादा था किसानों की आय दोगुनी करने का, मोदी सरकार ने आय तो कई गुना बढ़ा दी, लेकिन अदाणी-अंबानी की।
राहुल ने आगे लिखा, “जो काले कृषि कानूनों को अब तक सही बता रहे हैं, वे क्या खाक किसानों के पक्ष में हल निकालेंगे।”
गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा के किसानों ने सिंधु और टिकरी बॉर्डर एंट्री पॉइंट पर रैली जारी रखी है, वहीं उत्तर प्रदेश के किसान भी राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने के लिए रविवार सुबह दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर के पास गाजीपुर में इकट्ठा हुए। पुलिस अधिकारियों ने किसानों के साथ बातचीत की। उन्हें उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के बुराड़ी स्थित निरंकारी मैदान जाने की अनुमति देने के लिए वे तैयार थे, जहां किसानों का एक वर्ग पहले से ही डेरा डाले हुए था, लेकिन भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले रैली कर रहे उत्तर प्रदेश के किसान अपना विरोध दर्ज कराने के लिए मध्य दिल्ली के संसद भवन जाने पर अड़े थे।