
देश के पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद पी चिदंबरम के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा की जा रही कारवाई को कांग्रेस बदले की भावना से की जा रही कारवाई बताया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ना सिर्फ पी चिदंबरम का बचाव किया बल्कि मीडिया पर भी हमला किया।
राहुल गांधी ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का बचाव करते हुए कहा कि रीढ़विहीन मीडिया पूर्व वित्त मंत्री की छवि खराब कर रही है।
राहुल ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा मोदी सरकार ईडी, सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है। इसके साथ ही रीढ़विहीन मीडिया पूर्व वित्त मंत्री की छवि खराब कर रही है। मैं सत्ता के दुरुपयोग की कड़ी निंदा करता हूं।
राहुल से पहले यउनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी पी चिदंबरम के समर्थन में ट्वीट किया था और कहा था कि सरकार ”शर्मनाक तरीके से” चिदंबरम के पीछे पड़ी है क्योंकि वह बेहिचक सच बोलते हैं और सरकार की नाकामियों को सामने लाते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि वह चिदंबरम के साथ खड़ी हैं और सच के लिए लड़ाई जारी रखी जायेगी। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ”बहुत ही योग्य और सम्मानित राज्यसभा सदस्य पी चिदंबरम जी ने दशकों तक बतौर वित्त मंत्री, गृह मंत्री और दूसरे पदों पर रहते हुए पूरी वफादारी से देश की सेवा की है।”
उन्होंने दावा किया, ” वह बेहिचक सच बोलते हैं और इस सरकार की नाकामियों का खुलासा करते हैं। लेकिन सच कायरों के लिए सुविधाजनक नहीं होता इसलिए शर्मनाक तरीके से उनका पीछा किया जा रहा है।”
प्रियंका ने कहा, ” हम उनके साथ खड़े हैं और सच के लिए लड़ते रहेंगे, चाहे नतीजा कुछ भी हो।” इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार विरोधी नेताओं को चुनकर निशाना बना रही है और यह उसकी कार्यशैली बन चुका है।
इधर, दिल्ली उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत की याचिका खारिज होने के बाद सीबीआई अधिकारी ने पूर्व वित्तमंत्री पी।चिदंबरम के दिल्ली स्थित आवास पहुंचे, लेकिन वहां उनसे मुलाकात नहीं होने पर अधिकारियों ने नोटिस जारी कर उन्हें दो घंटे में पेश होने का निर्देश दिया
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार शाम साढ़े छह बजे सीबीआई अधिकारी चिदंबरम के दिल्ली में जोर बाग स्थित आवास पहुंचे, पर वह वहां नहीं मिले। सीबीआई अधिकारियों का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी कर रहे थे। हालांकि, अभी स्पष्ट नहीं है कि अधिकारी चिदंबरम के आवास पर उन्हें गिरफ्तार करने गए थे या पूछताछ के लिए।
अधिकारियों ने बताया कि चिदंबरम के आवास पर गई टीम के सदस्यों ने सीबीआई मुख्यालय आकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की। टीम के सदस्यों ने चिदंबरम के आवास पर नोटिस चस्पा किया जिसमें सीबीआई के उपाधीक्षक आर पार्थसारर्थी के समक्ष पेश होकर सीआरपीसी की धारा 161 के तहत बयान दर्ज कराने को कहा गया। सूत्रों ने बताया कि समन चिदंबरम को ई-मेल के जरिये भी भेजा गया है।
पी चिदम्बरम के खिलाफ CBI और ED की ये कारवाई उनके पुत्र के खिलाफ हुई कारवाई के बाद शुरू हुआ है। इन मुश्किलों के बीच पी चिदम्बरम के लिए ये राहत का विषय है कि कांग्रेस के नेताओ का उन्हें समर्थन मिला हुआ है।