प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर अपने मन की बात की. इस दौरान गलवान में हुई झड़प, कोरोना संकट, आत्मनिर्भर, मॉनसून समेत विभिन्न मुद्दों पर लगभग 33 मिनट तक बात की, लेकिन एक बार भी चीन का नाम नहीं लिया.
गलवान घाटी में चीन और भारत के बीच हुई झड़प पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत, मित्रता निभाना जानता है, तो, आंख-में-आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है. शहीद हुए 20 जवानों ने दिखा दिया कि वे मां भारती पर कभी आंच नहीं आने देंगे.
पीएम ने कहा कि इस साल देश ने कोरोना संकट देखा. उस बीच देश के एक हिस्से की अम्फान, तो दूसरे हिस्से की तरफ निसर्ग तूफान भी आए. फिर टिड्डी दल और भूकंप के इतने झटके. इस बीच पड़ोसी देशों से तनातनी भी हुई. लेकिन इस सब के बावजूद साल को खराब कहना ठीक नहीं. यह सोच लेना कि पूरा साल ही ऐसा है ठीक नहीं. एक साल में एक चुनौती या 50 चुनौती हो, उससे साल खराब नहीं होता.
अपने मन की बात में प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा नहीं उठाये जाने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने पूछा है कि आखिर वो राष्ट्रीय सुरक्षा की बात कब करेंगे.
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ”कब होगी राष्ट्र रक्षा और सुरक्षा की बात?”
राहुल गांधी चीन के साथ चल रही तनातनी के मुद्दे पर लगातार सरकार से सवाल कर रहे हैं. शुक्रवार को भी उन्होंने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी से पूछा था कि हमारे जवानों को बिना हथियार के किसने भेजा और क्यों भेजा?