सूचना का अधिकार कानून को BJP जिस तरह से संसोधन कर कमजोर बना रही है उससे इसको लेकर विपक्षी दल विरोध करना शुरू कर दिए हैं। खासतौर कांग्रेस नेताओं ने इसके खिलाफ एक पूरी मुहिम चला रखा है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी राइट टू इंफोर्मेशन (संशोधन) बिल 2019 को लेकर मोदी सरकार पर जबरदस्त हमला बोला है। केंद्र सरकार द्वारा आरटीआई में किए बदलाव में उन्होंने आरटीआई की हत्या करार दिया है।
राहुल गांधी शनिवार को सूचना के अधिकार बिल में हुए बदलाव को लेकर ट्वीट कर कहा कि, सरकार भारत में चोरी करने में मदद करने के लिए आरटीआई को कमजोर कर रही है।
विदेश दौरे से वापस लौटे राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरटीआई कानून को कमजोर करने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, भ्रष्ट लोगों को भारत में चोरी करने में मदद करने के लिए ही सरकार आरटीआई को कमजोर कर रही है। अजीब बात है कि आम तौर पर मुखर भ्रष्टाचार विरोधी भीड़ अब अचानक गायब हो गई है। इसके साथ ही राहुल गांधी ने अपने इस ट्वीट के साथ #GovtMurdersRTI(सरकार ने आरटीआई की हत्या की) हैश टैग भी लगाया जो ट्विटर पर ट्रेंड करता रहा।
दरसल विपक्षी दलों के भारी विरोध के बावजूद सरकार ने इस बिल को लोकसभा में बहुमत से करवा लिया।
सरकार के पास सदस्यों की संख्या होने के कारण भलर ही ये पारित हो गया लेकिन इसके खिलाफ संसद के अंदर और बाहर विरोध तेज़ हो रहा है। सरकार ने विरोध ताक पर रखकर बिल पास करा लिया। सरकार ने दलील दी कि आरटीआई कानून में बदलाव ज़रूरी है। इस संशोधन बिल में सूचना आयुक्तों के कार्यकाल और वेतन को केंद्र सरकार के दायरे में लाने के प्रावधान का विपक्ष विरोध कर रहा है।
इस बिल को डॉ मनमोहन सिंह की सरकार ने लाया था। माना जाता है कि इस बिल से कई बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ।