
पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार को एक बड़ा ट्रैन हादसा हो गया। शहर के जौड़ा फाटक की रेलवे ट्रेक पर लोग रावण दहन देख रहे थे। इस दौरान सैंकड़ों लोग तेज रफ्तार ट्रैन की चपेट में आ गए। पुलिस के मुताबिक अभी तक करीब 50 लोगों की मौत हो चुकी है। मौत का आंकड़ा बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। वहीं, सौ से ज्यादा लोग जख्मी भी हुए हैं। हादसे के बाद घटनास्थल पर भगदड़ मच गई। जिसमें कई और लोग भी जख्मी हो गए। बचाव दल ने मौके पर पहुंच कर घायलों को अस्पताल पहुंचाना शुरू कर दिया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए दिए जाने का ऐलान किया है।
पुलिस के मुताबिक, रावण का पुतला जलने के बाद जोड़ा बाजार में भगदड़ मच गई। उसी दौरान जोड़ा फाटक से तेज रफ्तार में दो ट्रेनें गुजरीं, जिनकी चपेट में काफी लोग आ गए। पुलिस ने बताया कि एक ट्रेन पठानकोट से अमृतसर जा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि पटाखों के शोर में लोग ट्रेन की आवाज नहीं सुन पाए। घटनास्थल पर 100 से 150 मीटर के दायरे में लाशें बिखरी हैं। मौके पर एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू अभियान में जुटी है।
अमृतसर के जौड़ा फाटक इलाके में ये हादसा उस समय हुआ, जब वहां रेलवे ट्रैक के पास स्थित मैदान में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सैकड़ों लोग एकत्र हुए थे। इसी बीच रावण के पुतले में आग लगने के बाद उसके गिरने की आशंका में लोग इधर-उधर भागने लगे और रेलवे ट्रैक पर चले गए। लेकिन इसी बीच वहां से गुजर रही एक ट्रेन की चपेट में आने से सैकड़ों लोग हताहत हो गए। बताया जा रहा है कि पटाखों के विस्फोट के शोर की वजह से लोगों को ट्रैक पर आती ट्रेन की आवाज नहीं सुनाई दी, जिसकी वह से ये हादसा हुआ है। हादसा इतना अचानक हुआ कि लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला और वे ट्रेन की चपेट में आ गए। हादसे में दर्जनों लोगों के मरने की आशंका है। अमृतसर पुलिस ने इस हादसे में 50 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।
एक प्रत्यसक्षदर्शी ने बताया कि तेज रफ्तार से आ रही ट्रेन ने कई लोगों को कुचल दिया। फिलहाल घटना स्थल पर बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि मरने वालों के रिश्तेदारों को पांच लाख रूपये की सहायता राशि दी जायेगी।