
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद लगातार पार्टी में मंथन का दौर जारी है। इस चुनाव में केवल पार्टी को ही बड़ी शिकस्त का सामना नहीं करना पड़ा, बल्कि नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ रहे अमेठी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी हार का मुंह देखना पड़ा। राहुल गांधी को बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हराया। राहुल गांधी की हार पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि राहुल गांधी ने अमेठी को संसदीय क्षेत्र नहीं बल्कि अपना परिवार माना, लेकिन घरवालों ने उनके खिलाफ फैसला दे दिया।

राज बब्बर ने कहा, “एक बात जो मैं सो फीसदी कह सकता हूं कि राहुल गांधी भले ही वायनाड से सांसद बन गए हों लेकिन उनके दिल में एक टीस रहेगी, कि उन्होंने अमेठी को अपना परिवार समझा, अमेठी को एक नई पहचान दी, लेकिन उसी परिवार ने उनके खिलाफ वोट किया और अपने यहां आने नहीं दिया। नतीजों से राहुल गांधी के दिल में पीड़ा है, वह साफ नजर आ रही है, वहीं अमेठी के लोगों के दिल में भी एक दर्द है।”
कांग्रेस महासचिव और लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्वी यूपी की प्रभारी बनाई गई प्रियंका गांधी को लेकर राज बब्बर ने कहा कि उनके आने का पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय नेता फायदा उठाने में नाकाम रहे। राज बब्बर ने कहा, “प्रियंका गांधी ने अपना काम बखूबी किया, लेकिन पार्टी के कार्यकर्ता, स्थानीय नेता और उम्मीदवार इसका पूरा फायदा उठाने में नाकाम रहे। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने कड़ी मेहनत की, लेकिन हम उसका पूरी तरह फायदा उठाने में नाकाम रहे। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जो कर सकते थे उन्होंने किया लेकिन हम फर्ज की कसौटी पर खरे नहीं उतर सके।”
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की हार के बाद आगे की रणनीति को लेकर राज बब्बर ने कहा, “लोकसभा चुनाव में मिली शिकस्त के लिए वह किसी को दोष देने के बजाय हार को स्वीकार करते हैं। इस हार का अकेले विश्लेषण नहीं किया जा सकता। इसके लिए नीचे से लेकर ऊपर तक सभी को बैठकर विचार करना होगा। हम अलग-अलग मुद्दों पर विचार-विमर्श के बाद कदम उठाएंगे और संगठन को और मजबूत करने पर जोर देंगे।