मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों के लिए पिटारा खोल दिया है. एक अप्रैल से शून्य ब्याज दर पर किसानों को ऋण मिलेगा. ऋण के लिए किसानों को पोर्टल पर अप्लाई करना होगा. राजस्थान सरकार ज्यादा से ज्यादा 1 लाख 50 हजार का ऋण शून्य ब्याज दर पर देगी।
गौरतलब है कि किसान ऋण माफी पर विपक्ष राजस्थान सरकार को लगातार घेर रहा था. किसानों के लिए गहलोत सरकार का उठाया गया कदम मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है. कृषि से संबंधित खाद, बीज, कीटनाशक, कृषि यंत्र खरीदने के लिए किसानों को पैसों की जरूरत होती है. खास कर छोटे और सीमांत किसानों को कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते ऋण लेना पड़ता है।
मजबूरी में गांव के साहूकार से ऊंचे ब्याज दर पर ऋण लेते हैं. समस्या से छूटकारा दिलाने के लिए सरकार किसानों को बैंक से ऋण उपलब्ध कराती है. इसी कड़ी में राजस्थान सरकार भी किसानों को एक अप्रैल से शून्य ब्याज दर पर फसली ऋण उपलब्ध कराने जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार इस साल राज्य के 5 लाख किसानों को करीब 20 हजार करोड़ का ऋण बांटेगी. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा है कि एक अप्रैल से किसानों को 20 हजार करोड़ रुपए के ब्याज मुक्त फसली ऋण वितरण की शुरुआत की जाएगी।
राज्य के इतिहास में लोन वितरण का सबसे ज्यादा लक्ष्य होगा. उन्होंने अधिकारियों को शून्य ब्याज पर फसली ऋण योजना के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक 17 हजार 24 करोड़ रुपए का फसली ऋण बांटा जा चुका है. सीएम अशोक गहलोत ने अलग से पेश किए गए कृषि बजट में एलान किया था कि सरकार साल 2022-23 के दौरान 5 लाख किसानों को रिकॉर्ड 20,000 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त लोन देगी. किसानों को शून्य ब्याज पर फसली ऋण मिलने से बड़ी राहत मिलेगी।