राजस्थान में कांग्रेस की लहर, इस पार्टी का हुआ कांग्रेस में विलय

राजस्थान मे कांग्रेस सरकार 113 विधायको के समर्थन में है कांग्रेस हर वर्ग को साधने की कोशिश कर रही है इसके लिये वो छोटे से छोटे कार्यकर्ता को पार्टी से जोडने का काम कर रहे हैं

कांग्रेस प्रदेश में स्थानीय गठबंधन को प्रमुखता दे रही है. ब्राह्मण और राजपूत नेताओं से गठजोड़ के बाद अब मेघवाल समाज के वोटों को कांग्रेस अपने खेमे में करना चाहती है. इसको लेकर राष्ट्रीय सर्व मेघवंश महासभा, मेघ देशम पार्टी और राजस्थान मेघवाल समाज के पदाधिकारियों को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता दिलवाई गई. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने महासभा के नेता गोपाल डेनवाल की मौजूदगी में सभी को कांग्रेस सदस्य बनाया.|

लोकसभा चुनावों में नेताओं और पार्टियों का विलय, गठबंधन और समर्थन का दौर जारी है. प्रदेश में नामांकन का आखिरी दिन गुरुवार 18 अप्रैल को है. अब तक दोनों ही पार्टियों ने विधानसभा चुनावा में रुख बदलने वाले साथियों में लोकसभा चुनाव जीतने की संभावनाएं देखी हैं. असरदार नेताओं के साथ हाशिए पर गए नेता भी कांग्रेस और भाजपा में नई संभावनाएं देख रहे हैं. |

प्रदेश सरकार से अधिक ताल्लुक रखने वाले समाज और पार्टियां कांग्रेस का दामन थाम रही हैं. गुरुवार को मेघ देशम पार्टी का कांग्रेस में विलय हुआ. कांग्रेस के लिए मेघवाल समाज के मतों पर बड़ा दांव माना जा रहा हैं. प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बेहद सादे तरीके से राष्ट्रीय सर्व मेघवंश महासभा के पदाधिकारियों को कांग्रेस की सदस्यता दिलवाई गई. प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे की मौजूदगी में सदस्यता के समय राजस्थान मेघवाल समाज के पदाधिकारी भी मौजूद रहे. |

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