भारतीय जनता पार्टी जनता द्वारा चुनी सरकारों को लगातार गिराने की कोशिश कर रही है बीजेपी ने मप्र मे तो बडी आसानी से सरकार को गिराकर शिवराज को शपथ दिलवा दी थी लेकिन राजस्थान मे बीजेपी को बडी मशक्कत करनी पड रही है फिर भी उन्हे सफलता मिलती दूर दूर तक नजर नही आ रही है इस बीच उन्हे एक बडा झटका लगा हैं।
राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी के विधायकों के कांग्रेस में विलय के खिलाफ बीजेपी की याचिका को विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने खारिज कर दिया है. इस मामले पर राजस्थान हाई कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होनी है.
रिपोर्ट के मुताबिक स्पीकर सीपी जोशी ने बीजेपी विधायक मदन दिलावर की इस याचिका को पहले ही खारिज कर दिया है मगर इस बात की जानकारी किसी को नहीं दी थी. दरअसल बहुजन समाज पार्टी के सभी छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे, जिसके खिलाफ बीजेपी ने विधानसभा अध्यक्ष को अर्जी दी थी और कहा था कि यह दल बदल कानून के तहत गलत है और बहुजन समाज पार्टी के सभी 6 विधायकों को अयोग्य घोषित करते हुए इनकी सदस्यता खत्म कर दी जाए.
जब इस बाबत स्पीकर सीपी जोशी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था की इस मुद्दे पर अलग से चर्चा करेंगे. मगर अब यह खबर आ रही है कि सीपी जोशी पहले ही बीजेपी की याचिका खारिज कर चुके हैं. अब सबकी निगाहें इस मामले में राजस्थान हाई कोर्ट सोमवार को होने वाले फैसले पर हैं.
बता दें कि राजस्थान हाई कोर्ट में गया ये मामला इसलिए अहम है क्योंकि सचिन पायलट की बगावत के बाद राजस्थान की सरकार बहुत कम मार्जिन से सत्ता में रह गई है.
अशोक गहलोत कैंप का दावा है कि पायलट ग्रुप के 19 विधायकों के जाने के बाद भी कांग्रेस को 107 विधायकों का समर्थन हासिल है. हालांकि दावे से इतर अगर आंकड़ों पर नजर डालते हैं तो उनके पास सिर्फ 103 विधायक ही हैं. राजस्थान में सरकार बनाने के लिए बहुमत का सामान्य आंकड़ा 101 है. इस लिहाज से बीएसपी के इन 6 विधायकों का मामला अहम हो जाता है.