लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे बहुत राजनैतिक विश्लेषको के गले नही उतर रहे है पूरे देश भर मै कांग्रेस की करारी हार और दूसरी बार नरेंद्र मोदी का प्रचंड बहुमत से सत्ता में आना क्या मुद्दो की हार है ? ये आम आदमी, किसान,नौजवानो की हार है क्योंकि कांग्रेस ने इन्ही मुद्दो को आगे रखा था
हाल ही मे राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी है इन चार महीनो मे अशोक गहलोत ने सर्वाधिक जनकल्याणकारी योजनाओ को शुरू किया फिर भी जनता ने उनके विरुद्ध मुहर लगायी हाल ही में राजस्थान को हिंदुस्तान में सबसे बेहतरीन निशुल्क दवा योजना के लिये सम्मानित किया गया था अब सवाल ये है कि राजस्थान में कैंसर का इलाज फ्री, ह्रदय रोगो का इलाज मुफ्त, बारहवी तक शिक्षा फ्री, महापेंशन योजना बंद कर देनी चाहिए क्योंकि जनता ने तो राष्ट्रवाद के मुद्दो पर वोट किया?
अशोक गहलोत को उस जोधपुर ने भी हरा दिया जिसके लिये अशोक गहलोत ने विरोधियों का कई बार तंज झेलने का काम किया हैं, 2008-13 के कार्यकाल मे विपक्ष गहलोत पर आरोप लगाता था कि गहलोत सिर्फ जोधपुर के मुख्यमंत्री है फिर आज जोधपुर ने भी गहलोत को हरा दिया
कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि राजस्थान ने 40 साल के संघर्ष को रौंदते हुए राष्ट्रवाद को प्राथमिकता दी जिसकी हकीकत से कोई लेना देना नही है