पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 31वीं पुण्यतिथि पर देशभर के नेताओं ने उन्हें याद किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राजीव गांधी की 31वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
वहीं कांग्रेस नेता और राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी अपने पिता की पुण्यतिथि पर भावुक ट्वीट किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार (21 मई) को अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को एक दूरदर्शी नेता और एक अद्भुत पिता के रूप में याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। राहुल गांधी ने राजीव गांधी का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि उन्हें अपने पिता की बहुत याद आती है।
राहुल गांधी ने राजीव गांधी के भाषण के एक वीडियो के साथ लिखा, “मेरे पिता एक दूरदर्शी नेता थे, जिनकी नीतियों ने आधुनिक भारत को आकार देने में मदद की। वह एक दयालु और लोगों को माफ करने वाले व्यक्ति थे, और मेरे और प्रियंका के लिए एक अद्भुत पिता थे, जिन्होंने हमें क्षमा और सहानुभूति का मूल्य सिखाया। मुझे उनकी बहुत याद आती है और हम दोनों ने साथ में जो समय बिताया है, उसे याद करता हूं।”
राहुल गांधी द्वारा शेयर किए वीडियो में राजीव गांधी का भाषण सुनाई देता है, जिसमें वो कहते हैं, ”भारत एक पुराना देश है लेकिन एक युवा राष्ट्र है। और हर जगह युवाओं की तरह, हम अधीर हैं। मैं युवा हूं और मेरा भी एक सपना है। मैं भारत को मजबूत, स्वतंत्र, आत्मनिर्भर और मानव जाति की सेवा में दुनिया के राष्ट्रों में सबसे आगे और सबसे आगे रहने का सपना देखता हूं। मैं समर्पण, कड़ी मेहनत और अपने लोगों के सामूहिक संकल्प के माध्यम से उस सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।”
श्रद्धांजलि वीडियो में राहुल गांधी कहते हैं, “इसी ने वास्तव में मेरे पिता (राजीव गांदी) की मदद की। मैं इस प्रक्रिया को होते हुए देख सकता था, जहां वे जाकर लोगों से मिलते, उनके विवरण में जाते, उनके विवरण को समझते थे।” राहुल गांधी का एक पुराना भाषण वीडियो में एम्बेड किया गया है, जिसमें वो बोलते हैं, ”राजीव जी के पास 21वीं सदी के भारत के लिए एक विजन था। उनके पास दूरसंचार के लिए, पंचायती राज के लिए, महिलाओं को राजनीति में सबसे आगे लाने के लिए एक विजन था। उनके बड़े सपने थे और कांग्रेस पार्टी ने भारत के लिए उनके सपनों को हकीकत में बदलने में मदद की। उन्होंने सशक्त बनाया। जनता, गरीब, और उन्हें सरकार में अपनी बात रखने का मौका दिया है।”
21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक चुनावी रैली के दौरान लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) के आत्मघाती हमलावर ने राजीव गांधी की हत्या कर दी थी। आत्मघाती हमलावर धनु सहित चौदह अन्य मारे गए थे।