नए कृषि कानून को लेकर जहां एक तरफ किसान और किसान संगठन लगातार आंदोलन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ राजनीतिक दल भी सरकार और भारतीय जनता पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी कर रही है।
ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगियों का भी उसके साथ छोड़ कर जाना कहीं ना कहीं बीजेपी के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है।
दरअसल पहले अकाली दल और अब राजस्थान की क्षेत्रीय दल आरएलपी ने भी किसान आंदोलन के नाम पर बीजेपी से अपना नाता तोड़ लिया है।
आरएलपी (RLP) के सुप्रीमो व राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने एनडीए का साथ छोड़ने का ऐलान किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर कृषि कानूनों के विरोध में जाम लगाकर प्रदर्शन कर रहे किसानों को सम्बोधित करते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी बिल वापस नहीं ले रही है।
इसलिए उनकी पार्टी आरएलपी एनडीए में नहीं रहेगी। वे एनडीए से आरएलपी का गठबंधन तोड़ने का ऐलान करते हैं।
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के विरोध में एनडीए (NDA) के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल पिछले कई दिन से बागी तेवर अपना रखे थे।