
2014 लोकसभा मे ऐतिहासिक विजय में आरएसएस का प्रमुख हाथ था, आज मोदी प्रधानमंत्री है इसकी बडी वजह भी आरएसएस ही है आरएसएस के कैडर ने ही अलग अलग प्रांतो मे भारतीय जनता पार्टी को मजबूती देने का काम किया है
लेकिन अब शायद ऐसा लग रहा है कि आरएसएस मोदी से खफा है वो मोदी को हटाकर नितिन गडकरी को लाना चाह रही है, हाल ही मे नितिन गडकरी ने भी स्वीकारा है देश मे अलग तरह का माहौल बनाया जा रहा है मुद्दो पर राजनीति न होकर गुमराह किया जा रहा है, गडकरी ने कहा कि ” आज देश मे रोजगार नही है ये सरकार की सबसे बडी नाकामी है ” ऐसे बयानो का बहुत कुछ अर्थ निकाला जा सकता है आपको बता दे कि गडकरी आरएसएस के विश्वस्त नेता हैं
वही हाल ही आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी मोदी से किनारा करने का फैसला लिया है, भागवत ने कहा ” बिना किसी युद्ध के जवान शहीद हो रहे है ये चिंता का विषय है, सरकार क्या कर रही है समझ से बाहर है” भागवत ने रोजगार तथा शिक्षा पर भी मोदी सरकार को नाकाम बताया है
ऐसे मे अब माना जा रहा है कि मोदी से संघ बहुत जल्द नाता तोड़कर गडकरी को प्रमोट कर सकता है….एक तरफ पूरा विपक्ष एकजुट है वही बीजेपी अपनी आंतरिक लडाई से भी निपट नही पा रही हैं