
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश के बाद लंबे समय से कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर लगाए जा रहे अलग-अलग कयासों के बीच राहुल गांधी ने एक बार फिर से साफ कर दिया है कि वह यह जिम्मेदारी नहीं संभालेंगे। मीडिया जगत मर ऐसी खबरें आ रही थी कि राहुल अब कांग्रेस की मीटिंग और रोजमर्रा के कामकाज में भी नहीं पहुंच रहे हैं पर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इन सब बातों को खरिज करते हुए कहा की ‘राहुल बेशक अध्यक्ष नहीं बने रहना चाहते, लेकिन वह संगठन से जुड़े सभी जरूरी काम देख रहे हैं”
इससे पहले सोनिया गांधी के अगुवाई में 51 सांसदों ने राहुल गांधी से इस्तीफा वापस लेने की गुजारिश की पर राहुल ने ऐसा करने से इंकार कर दिया। राहुल गांधी ने साफ तौर पर सबको इंकार करते हुए कहा कि अब वह कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं बने रहना चाहते.
राहुल गांधी ने मीडीया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं अब अध्यक्ष पद पर नहीं बने रहना चाहता हूं. मैंने ये बात पार्टी के सांसदों को भी साफ कर दिया है. बता दें कि राहुल गांधी ये भी चाहते हैं कि कांग्रेस का नया अध्यक्ष गांधी परिवार से कोई नहीं होना चाहिए.
लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रचंड लहर में कांग्रेस सहित विपक्ष का पूरी तरह से सफाया हो गया. बीजेपी 303 सीटों के साथ सत्ता में एक बार फिर वापसी की है, जबकि राहुल गांधी के नेतृत्व में उतरी कांग्रेस को जबरदस्त हार का मुंह देखना पड़ा. कांग्रेस 52 सीटों पर सिमट गई. लोकसभा चुनाव की करारी हार को स्वीकार करते हुए राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी इसके बाद उन्हें बहुत मनाने की कोशिश की पर वो नही माने अब ऐसे में नए अध्यक्ष की रेस में सुशील कुमार शिंदे, मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, अशोक गहलोत और सचिन पायलट का नाम भी विचार किया जा रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पार्टी ने संगठन के काम काज के अनुभव के आधार पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को नया अध्यक्ष बनाने का मन बना लिया है बस ऐलान करन बाकी हैं। अब देखना ये है कि अशोक गहलोत अकेले अध्यक्ष बनते हैं या फिर उनके मदद के लिए कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया जाता है।