
विश्व मे सस्ती और मुफ्त उच्च शिक्षा की बात हो रही मगर भारत मे शिक्षा के नाम पर लुटा जा रहा है और कुछ लोग देशभक्ति के नाम पर इसका समर्थन कर रहे हैं……देशभक्ति क्या अनपढ़ बने रहना है ?
JNU में उच्च शिक्षा कम दर पर मिलने का ही नतीजा है कि हर छात्र JNU में पढ़ने का सपना देखता है मगर आज जो लोग JNU का प्रवेश परीक्षा में पास करने का काबिलियत नही रखते हैं वो JNU को बंद करने की वकालत कर रहे हैं।
JNU के नाम पर जिस तरह से अभद्र फोटो शेयर किया जा रहा है तो सवाल यह है कि रीना ठाकुर और उज्जैन का जोशी का जो वीडियो वायरल हुआ तो क्या भाजपा की हर महिला नेता रीना ठाकुर जैसी है या फिर भाजपा का हर पुरुष कुलदीप सेंगर , चिन्मयानंद , राघव और उज्जैन वाले जोशी के तरह है…..अगर JNU में पढ़ने वाला हर छात्र अभद्र है तो फिर भाजपा की हर महिला नेता रीना ठाकुर जैसी है।
जिन लोगो का इतिहास तिरंगा जलाने का है वो विवेकानंद जी के मूर्ति तोड़ने पर हंगामा कर रहे हैं….अरे दोगलो विवेकानन्द जी को लेकर तुम्हारी भावना तब कहाँ थी जब विवेकानंद जी के तस्वीरों को ABVP और बीजेपी के रैली में पैर से कुचला जा रहा था , चलो माना JNU के छात्रों ने मूर्ति तोड़ी मगर उसके लिए भी आप दोषी हैं क्योंकि आपने ही स्वामी जी की कट्टर छवि बनाई है अन्यथा स्वामी जी तो शख्स हैं जिन्होंने कन्या पूजन एक मुस्लिम बच्ची को भोजन करवा कर शुरू किया था….और तुम कट्टर छवि इसलिए बना लिए क्योंकि तुमने कभी स्वामीजी को पढा ही नही है बस उनके नाम पर उन्माद फैलाया है।
राष्ट्रवाद के नाम पर महंगी शिक्षा का समर्थन करने वालो आज निशाने पर JNU है कल नवोदय विद्यायल होगा जहां पर 12 वीं तक कि उच्चस्तरीय शिक्षा सबसे सस्ती मुहैया कराई जाती और फिर धीरे धीरे देश के सभी सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों के तरह महंगी शिक्षा दी जाएगी।
और जो लोग ये सवाल कर रहे हैं कि अधेड़ उम्र तक JNU में छात्र पढ़ते रहते हैं तो उनसे एक सवाल है कि जब मोदी जी 35 वर्ष की आयु में MA किए हुए हैं तब आपकी अधेड़ उम्र का सवाल क्यों नही उठता है जो लोग अधेड़ उम्र तक पढ़ते हैं उनके शिक्षा में लगने वाला समय भी जोड़ कर देख लो।
JNU के सस्ती शिक्षा समर्थन में बोलने के जगह आप देशभक्ति के नाम पर गुमराह होकर JNU का खिलाफ़त कर रहे हैं तो माफ कीजिये आप अपने बच्चों के भविष्य के कातिल हैं और आप अभी भी गुलाम रहने के ही लायक हैं।