मध्य प्रदेश में जल्द ही विधानसभा की 24 सीटों के लिए उपचुनाव होने वाले हैं. ये उपचुनाव ही तय करेगा कि राज्य में शिवराज सिंह चौहान की सरकार रहेगी या कमलनाथ की वापसी होगी. उपचुनाव से ठीक पहले बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में गये दो नेता वापस कांग्रेस में लौट आये हैं. इनमें से एक ने दावा किया है कि महाराज (ज्योतिरादित्य सिंधिया) भी जल्द ही कांग्रेस में लौटने वाले हैं.
कांग्रेस सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हुए जबलपुर के नेता सत्येंद्र यादव वापस कांग्रेस में लौट आये हैं. कांग्रेस में शामिल होते हुए वक्त सत्येंद्र यादव ने मीडिया के सामने एलान किया कि ‘महाराज’ भी बीजेपी में घुटन महसूस कर रहे हैं. वो भी जल्द ही कांग्रेस में लौट आयेंगे.
उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में घुटन महसूस कर रहे हैं. जिसके चलते वो इन दिनों किसी से मुलाकात नहीं कर रहे हैं. महाराज जल्द ही अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में वापस आ जायेंगे. बता दें कि मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक उन्होंने ‘महाराज’ कह कर संबोधित करते हैं.
सत्येंद्र यादव जबलपुर के पुराने कांग्रेसी नेता हैं. वो ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक रहे हैं. जब सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन की, तब सत्येंद्र यादव भी कांग्रेस सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे कर उनके साथ ही बीजेपी में शामिल हो गये थे.
वहीं दूसरी तरफ ग्वालियर के पुराने कांग्रेसी नेता औऱ पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ल भी बीजेपी छोड़कर फिर कांग्रेस में लौट आये हैं. शुक्ल की कांग्रेस में वापसी बीजेपी और सिंधिया दोनों के लिए बड़ा झटका है. शुक्ल ग्वालियर चंबल में ब्राह्मणों का चेहरा हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया के बचपन के दोस्त हैं. उनके साथ 2018 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर मेहगांव से चुनाव लड़े सुरेश सिंह ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में ये दोनों कांग्रेस में शामिल हुए.