मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सगे साले संजय सिंह भाजपा छोंडकर कांग्रेस मे शामिल हो गये हैं।
कमलनाथ जी के नेतृत्व और छिंदवाडा के विकास से प्रभावित होकर लिया निर्णय।
“अपने बच्चों के मामा को भी विश्वास नही दिला पाये शिवराज मामा”
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को मतदान होना है। मतदान से मात्र 25 दिन पहले सीएम शिवराज के साले ने उनका साथ छोड़ दिया है।
ख़बर है कि शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह के भाई संजय सिंह ने कांग्रेस ज्वाईन कर लिया है।
3 नवंबर संजय सिंह ने दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ली।
कमलनाथ की तरीफ करते हुए संजय सिंह ने कहा कि अब एमपी को शिवराज की नहीं कमलनाथ की जरूरत है। वहीं शिवराज ने लिए कहा कि अपने बच्चों के मामा को भी विश्वास नहीं दिला पाए शिवराज मामा। संजय सिंह के कांग्रेस में शामिल होते ही कयास लगाए जा रहे हैं कि वह बुधनी सीट पर अपने बहनोई के खिलाफ चुनाव लड़ सकते है।
संजय सिंह टिकट न मिलने के चलते अपने जीजा और पार्टी से नाराज थे। संजय सीएम शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह के भाई हैं।
28 नवंबर को मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी ने अभी तक 177 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। जबकि कांग्रेस की तरफ से अभी प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की गई है।
गौरतलब है कि कांग्रेस पिछले 15 साल से मप्र में सत्ता से बाहर है। इस बार माना जा रहा है कि प्रदेश में शिवराज सिंह के खिलाफ एक माहौल है। कांग्रेस इसी माहौल का फायदा उठाना चाहती है। राहुल गांधी इस चुनाव प्रचार में पूरी तरह से सक्रिय हैं।
संजय ने बीजेपी पर वंशवाद का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं कांग्रेस नेता कमलनाथ के गृहक्षेत्र छिंदवाड़ा में विकास को एक मिसाल बताते हुए कहा कि मध्य प्रदेश को ‘राज’ (शिवराज) की नहीं ‘नाथ’ (कमलनाथ) की जरूरत है।