अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद अपनी पहले बैठक में सोनिया गांधी ने ना सिर्फ कांग्रेस में सुधार और मजबूत करने को लेकर चर्चा किया बल्कि मोदी सरकार पर सोनिया गांधी ने हमला भी कोय।
सोनिया गांधी कि अध्यक्षता मे दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। इस दौरान उन्होंने अर्थव्यवस्था पर चिंता जाहिर की और भाजपा पर जनादेश का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
इस बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है और 2019 के जनादेश का खतरनाक तरीके से गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद उनकी अगुवाई में यह पहली बैठक थी।
कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा, लोकतंत्र खतरे में है और 2019 के जनादेश का खतरनाक तरीके से गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्षा ने कहा कि सरकार राजनीतिक बदले के लिए नेताओं को झूठे आरोप में फंसा रही है।
ये सब देश की खराब आर्थिक हालत से ध्यान हटाने के लिए किया जा रहा है। हमारे लिए यह परीक्षा की घड़ी है और हमें देश के लिए जुटकर काम करना पड़ेगा और हमें जनता की आवाज बनना पड़ेगा।
उन्होंने इस दौरान कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास एजेंडा होना चाहिए और केवल सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना पर्याप्त नहीं है। हमें और बेहतर करने की जरूरत है। हमारे लिए अब लोगों के पास जाना सबसे महत्वपूर्ण है।
भाजपा सरकार स्वतंत्रता सेनानियों तथा गांधी, पटेल, अंबेडकर जैसे नेताओं के सच्चे संदेशों का गलत तरह से इस्तेमाल कर रही है। सोनिया गांधी ने देश की अर्थव्यवस्था के ‘मुश्किल’ हालात पर चिंता जताई और कहा कि मौजूदा समय में कांग्रेस को आंदोलनकारी एजेंडे पर चलने की जरूरत है।
मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंता जताई। वहीं पार्टी की इस महत्वपूर्ण बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद नहीं थे। इस बैठक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद, केसी वेनुगोपाल और एके एंटनी समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता शामिल हुए।
आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों और वहां के मुद्दों के साथ मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए यह बैठक बुलाई गई थी।
सोनिया गांधी अध्यक्ष बनने के बाद से ही पार्टी में बदलाव कर रही हैं। सोनिया लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं।