कांग्रेस के अंतिम अध्यक्ष के रूप अध्यक्ष के रूप में पद संभालने के बाद से ही लगातार सोनिया गांधी केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर ले रही हैं। उन्होंने फिर एक बार फिर केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा की समाज में असहिष्णुता और हिंसा बढ़ रहा है। सोनिया गांधी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पुण्यतिथि पर दिए जाने वाले राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के मंच से मोदी सरकार पर निशाना साध रही थी।
उन्होंने कहा, ‘असहिष्णुता और हिंसा में तेजी से वृद्धि हो रही है। हमारे ऐतिहासिक और समाजिक दृष्टि को झूठे तरीके से और अवैज्ञानिक विचारों के साथ थोपा जा रहा है। यह सब हमारे देश के उदारवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक नींव के विरोधी रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विचार हमेशा देश को जोड़ने वाले रहे थे। यही वजह है कि इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह को उनके राष्ट्रीय एकीकरण के कारण लंबे समय तक याद किया जाएगा।
आपको बता दें कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार इस बार चंडी प्रसाद भट्ट को दिया गया है। सोनिया गांधी ने इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर ये पुरुस्कार चंडी प्रसाद को प्रदान किया। इस पुरस्कार के तहत 10 लाख रुपये का नगद इनाम दिया जाता है। यह सम्मान पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (मरणोपरांत), पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और प्रख्यात वैज्ञानिक सतीश धवन सहित कई हस्तियों को दिया जा चुका है। चिपको आंदोलन से जुड़े रहे 85 वर्षीय गांधीवादी पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट को इससे पहले पद्म भूषण, रमन मैग्सेसे और गांधी शांति पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के शुरुआत से ही सोनिया गांधी लगातार हर मुद्दे पर सरकार को निशाने पर ले रही हैं। सोनिया गांधी के अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित अन्य कांग्रेसी नेता भी लगातार सरकार को अलग-अलग मुद्दे पर घेर रहे हैं। सरकार के कुछ फैसले और सरकार से जुड़े संगठनों की गतिविधियां लगातार आलोचना की शिकार हो रही है।