दिल्ली विधानसभा चुनाव में फिर एक बार कांग्रेस की करारी हार हुई और कांग्रेस 0 सीटों पर ही सिमट गई। जबकि दिल्ली की वर्तमान सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज किया और भाजपा को 8 सीट मिले।
इस विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में उठापटक शुरू हो गया है। सबसे पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया तो उसके बाद प्रदेश के प्रभारी पीसी चाको ने भी हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दोनों नेताओं का इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिए।
कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक सोनिया ने कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को दिल्ली का अंतरिम प्रभारी नियुक्त किया है।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी चाको और चोपड़ा के योगदानों की सराहना करती है।
कांग्रेस की इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी को हटाया जाएगा लेकिन उससे पहले उन दोनों ने इस्तीफा दे दिया जिसके बाद पार्टी ने बिना देरी किए हुए इस्तीफे को स्वीकार कर लिया। अब देखना है कि नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में किस नेता को जिम्मेदारी मिलती है और जो कांग्रेस कभी 15 साल तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज थी उसके लगातार घटते जनाधार को वापस लाने में वो नेता कितना सफल हो पाते हैं