उत्तर प्रदेश में करारी हार झेलने के बाद अब कांग्रेस ने अगले आम चुनाव की तैयारियों को अमली जामा पहनाने की कवायद शुरू कर दी है। कांग्रेस ने कुछ दिनों पहले ही दलित नेता बृजलाल खाबरी को यूपी की कमान सौंपकर यूपी में दलितों को साधने की कवायद शुरू की थी।
इसी तरह अब कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व वाली “भारत जोड़ो यात्रा” को लेकर प्लानिंग शुरू कर दी है। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की माने तो राहुल की यह यात्रा 24 दिसंबर को उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने वाली थी लेकिन अब इस कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव हो सकता है और यूपी में अधिक समय बिताने के लिए राहुल को समहत किया जा सकता है।
कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा कि, “हमें उम्मीद है कि भारत जोड़ो यात्रा नई दिल्ली से नोएडा एवं गाजियाबाद क्षेत्र के पास कहीं उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (यूपीसीसी) ने मथुरा से सहारनपुर तक लगभग 16 दिन का मार्ग प्रस्तावित किया है। हम जानते हैं कि राज्य को 16 दिन नहीं मिल सकते हैं। हालांकि अभी रूट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि यात्रा लगभग एक सप्ताह में पश्चिम यूपी के कुछ जिलों को कवर करेगी।”
भारत जोड़ो यात्रा की वेबसाइट बताती है कि यात्रा 24 दिसंबर को बुलंदशहर के पास से उत्तर प्रदेश पहुंचेगी। पदाधिकारी ने कहा कि, “यात्रा में नए साल में ब्रेक हो सकता है और जनवरी के पहले सप्ताह में ही राज्य में प्रवेश कर सकता है। कांग्रेस महासचिव (यूपी प्रभारी) प्रियंका गांधी , जो राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश पहुंच रही हैं, के अपने भाई के साथ यूपी जाने की संभावना है।”
कन्याकुमारी से कश्मीर तक की लगभग 3570 किलोमीटर की यात्रा पर राहुल गांधी के साथ उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं का एक दल जा रहा है। यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी में शुरू हुई। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि, “हम यात्रा के लिए एक नया मार्ग तैयार करने और प्रस्तावित करने के लिए नियमित रूप से बैठकें कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि यूपी के लिए रूट चार्ट को जल्द ही मंजूरी दे दी जाएगी।”
भारत जोड़ो यात्रा ने पिछले 77 दिनों में सात राज्यों को कवर करते हुए अपनी लगभग आधी यात्रा पूरी कर ली है। अब यह आने वाले हफ्तों में उत्तरी राज्यों को कवर करने के लिए तैयार है। पार्टी संबंधित राज्य इकाइयों की मांग के अनुसार यात्रा के मार्ग और समय में संभावित बदलाव की मांगों पर विचार करने के लिए तैयार है। पश्चिम यूपी में काफी आधार रखने वाले कुछ प्रभावशाली किसान नेताओं ने राज्य में यात्रा को समर्थन देने का फैसला किया है।
दरअसल केंद्रीय नेतृत्व जहां राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर फोकस कर रहा है वहीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस नगर निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटी है। इसीलिए कांग्रेस ने उपचुनाव से दूरी बना ली है। कांग्रेस के सूत्रों की माने तो नई समिति की घोषणा अगले सप्ताह तक होने की संभावना है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी संभावित नामों पर चर्चा करने में जुटे हुए हैं। बीजेपी के एक नेता ने कहा कि नई समिति का ऐलान भी प्रियंका गांधी से सलाह लेने के बाद ही किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि इस बार यूपीसीसी की छोटी टीम के उलट 100 से ज्यादा पदाधिकारियों की कमेटी का ऐलान किया जाएगा। समिति में अध्यक्ष के अलावा नौ उपाध्यक्ष, 21 महासचिव और 75 सचिव और एक कोषाध्यक्ष होने की संभावना है। सौ से अधिक नेताओं को संयुक्त सचिव के रूप में भी समायोजित किया जाएगा। पार्टी के पास पहले से ही आधा दर्जन जोनल अध्यक्ष हैं।