प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के नगरपालिका में पार्षद की एक सीट के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा को करारा झटका लगा है। भाजपा को यहां हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी ने शैलेन्द्र यादव को अपना उम्मीदवार बनाया था।
इस चुनाव में भाजपा को न सिर्फ अपनी एक सीट गंवानी पड़ी बल्कि वो कांग्रेस से भी नीचे खिसक गई। बीजेपी को इस चुनाव में चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा। यहां से निर्दल प्रत्याशी के रूप में उतरे राकेश जायसवाल ने जीत हासिल की है।
वाराणसी में हरिश्चंद्र घाट के पासगंगा किनारे स्थित वार्ड नंबर 63 बागहाड़ा के पार्षद रहे भाजपा नेताराजेश जायसवाल कानवंबर 2018 में बीमारी के बाद निधन हो गया था। उनके निधन से रिक्त हुई सीट पर चुनाव की घोषणा हुई तो भाजपा ने शैलेंद्र यादव, कांग्रेस ने मनीष कुमार को मैदान में उतारा।इसके अलावा राकेश जायसवाल,गोपाल यादव, मोहम्मद तबरेज खां अौर संकठा प्रसाद निर्दल प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे।
इस चुनाव में निर्दल प्रत्याशी राकेश जायसवाल ने भाजपा और कांग्रेस दोनों के प्रत्याशियों को मात देकर जीत हासिल की।राकेश जायसवाल ने 818 मत पाकर कांग्रेस के मनीष कुमार को 194 वोटों से हराया।कांग्रेस के मनीष कुमार को 624 मत मिले। भाजपा के शैलेन्द्र यादव चौथे नंबर पर चले गए। उन्हें केवल 563 वोटमिले। शैलेंद्र से ज्यादा निर्दल प्रत्याशी संकठा प्रसाद को 564 वोट मिले।
भाजपा के लिए ये निराशाजनक रहा क्योंकि यहां पूर्व में बीजेपी के ही पार्षद थे पर अब उसे कांग्रेस से भी कम वोट मिला। वाराणसी में अपने वजूद के लिए लड़ रही कांग्रेस ने अपने पूर्व के प्रदर्शन में सुधार किया पर निर्दलीय प्रत्याशी के वजह से उसे कामयाबी नही मिल सकी।