
लोकसभा चुनाव में अब दो माह ही शेष बचे है। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। लेकिन इस चुनाव में इस बार जो खास बात होगी वह यह है कि सालों बाद सिंधिया राजपरिवार के दो दिग्गज एक साथ चुनाव मैदान में दिखेंगे। जिसमें पार्टी सांसद और राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया और दूसरी उनकी पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया। हालांकि अभी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया की चुनाव लडऩे की घोषणा नहीं हुई है लेकिन प्रदेश के सबसे बड़े राजघराने सिंधिया परिवार की बहू को चुनाव लड़ाने की मांग जोर पकड़ रही है। जिला कांग्रेस कमेटी की एक बैठक में पर्यवेक्षक राजेंद्र भारती सहित अन्य नेताओं ने कहा कि पार्टी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अगर गुना संसदीय सीट से चुनाव नहीं लड़ते हैं तो उनकी पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को चुनाव लड़ाया जाए।
वहीं अब कांग्रेस में गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को संगठन में नई जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद कांग्रेस में उन्हें लोकसभा चुनाव में ग्वालियर से उतारे जाने की मांग भी जोर पकड़ रही है। दरअसल सिंधिया के लिए गुना और ग्वालियर दोनों ही सीटें पूर्ण रूप से जीत वाली मानी जाती हैं। ऐसे में कांग्रेस नेताओं की मांग है कि सिंधिया इस बार ग्वालियर सीट से चुनाव लड़े। दरअसल ग्वालियर सीट पर अभी भाजपा का कब्जा है,यहां से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सांसद हैं। कांग्रेस इस सीट पर वापस कब्जा चाहती है,क्योंकि यह सीट कई मायनों में अहम मानी जाती है। इसी को देखते हुए सिंधिया इस बार ग्वालियर की ओर रुख कर सकते हैं।
साथ ही उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी राजे को गुना से चुनाव लड़ाने की मांग भी की जा रही है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में 7 सीटों पर मिली सफलता से कांग्रेस उत्साहित है। ग्वालियर संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों में से केवल ग्वालियर ग्रामीण को छोडकऱ सात सीटें कांग्रेस के पास हैं। इन पर सिंधिया ने विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत लगाई थी और उन्हें पूर्ण रूप से जीत भी मिली थी। वहीं पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल आदि नेता रविवार को सिंधिया से मिलने दिल्ली पहुंचे और उन्होंने सिंधिया से कहा कि वे ग्वालियर से चुनाव लड़ें।
लोकसभा चुनाव को लेकर हुई चर्चा
बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई और विचार-विमर्श के साथ चुनावी रणनीति पर मंथन किया गया। लोकसभा क्षेत्र प्रभारी और पूर्व विधायक महंत राजेंद्र भारती ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आप लोग लोकसभा चुनाव के लिए तैयार हो जाएं और गांव-गांव जाकर कांग्रेस की नीतियों को जनता तक ले जाएं और उन्हें समझाएं। वहीं ग्वालियर में आयोजित बैठक में भी सिंधिया को ग्वालियर सीट से चुनाव लड़ाए जाने की मांग की गई।
गुना से सांसद हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया
बैठक में सभी कांग्रेसी नेताओं ने एक सुर में कहा कि वर्तमान सांसद और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया अगर गुना संसदीय क्षेत्र को छोडकऱ अन्य संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं तो उनके स्थान पर उनकी पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को चुनाव लड़ाया जाए। अगर ऐसा होता है तो प्रत्येक कार्यकर्ता को संघर्ष करना होगा। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया इस समय गुना लोकसभा सीट से सांसद हैं लेकिन ऐसी अटकलें हैं कि वे इस बार ग्वालियर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
सिंधिया परिवार का गढ़ है गुना
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे दिवंगत माधवराव सिंधिया के बेटे हैं। माधवराव सिंधिया लगातार नौ बार सांसद रहे। माधवराव सिंधिया ने पहली बार गुना से 1971 में गुना लोकसभा सीट जीती थी। 1984 में उन्हें गुना की बजाय ग्वालियर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया गया था। यहां पर उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भारी मतों से चुनाव में हराया था। हालांकि वह बाद में गुना शिवपुरी से चुनाव लड़ते रहे।