
आज होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर फैसला होना है। राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद से ही ये पद खाली है।
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक से एक दिन पहले राहुल गांधी ने कल पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कई सुझाव दिए।
मिली जानकारी के अनुसार, राहुल गांधी ने पार्टी के नेताओं से कहा कि इस बार केवल पार्टी की सर्वोच्च इकाई कांग्रेस वर्किंग कमेटी अकेले अध्यक्ष का फैसला नहीं करेगी. बल्कि कांग्रेस की प्रदेश कमेटियां और पार्टी की अन्य इकाई मिलकर फैसला ले।
राहुल गांधी ने कहा कि शनिवार को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में अध्यक्ष के चयन को लेकर व्यवस्था बन जाएगी और अगले कुछ दिनों के अंदर निर्णय ले लिया जाएगा।
तकनीकी रूप से राहुल गांधी का इस्तीफा अभी भी स्वीकार नहीं किया गया है. राहुल अभी भी कांग्रेस के अध्यक्ष हैं.
बैठक में मौजूद एक नेता ने बताया, ‘गांधी ने स्पष्ट किया कि वह अध्यक्ष नहीं रहते हुए भी पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है और इसमें कांग्रेस जीतेगी और वापसी करेगी.’
सूत्रों के मुताबिक नए अध्यक्ष के चयन के फैसले को लेकर शनिवार को सीडब्ल्यूसी की बैठक में व्यापक विचार-विमर्श होगा और चयन के लिए कोई व्यवस्था बनाई जाएगी. सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात की। अहमद पटेल, एके एंटनी और केसी वेणुगोपाल सोनिया गांधी से मिले. माना जा रहा है कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के लिए कुछ नामों पर चर्चा की है.
पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, सुशील कुमार शिंदे सहित कई वरिष्ठ नेताओं के नामों की चर्चा है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहले पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी युवा नेता को सौंपने की बात की और है।
अब देखना होगा कि पार्टी युवा पर भरोसा कर उन्हें मौका देती है या फिर किसी वरिष्ठ नेता को ही मौका मिलता पर पार्टी जिस तरह से अध्ययक्ष के बिना दिशाहीन हो रही उससे निपटने के लिए कड़क फैसले लेने वाला अध्यक्ष बनाया जाना काफी जरुरी हो गया है।