लोकसभा चुनाव में हार से निराश हो चुके कार्यकर्ताओं में आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नया जोश भरने के लिए कांग्रेस पूर्व PM और कांग्रेस के दिग्गज नेता राजीव गांधी के जयंती पर भव्य कार्यक्रम करने को लेकर तैयारी कर रही है।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का 75वां जन्मदिवस मानने के लिए कांग्रेस भव्य तैयारियों में जुट गयी है. देशभर के प्रदेश मुख्यालयों पर 20 अगस्त को यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जबकि राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा समारोह 21 अगस्त को होगा.
यह फैसला गुरुवार को पार्टी के महासचिवों और राज्य के प्रभारियों की बुलाई गई बैठक में लिया गया. बैठक में इस बात पर भी फैसला हुआ कि संसद के बजट अधिवेशन के समाप्त होते ही कार्यसमिति की बैठक बुलाई जाए ताकि उसमें पार्टी को विधिवत्त रुप से चलाने के लिए एक कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया जा सके. हालांकि इस कार्यसमिति की बैठक की कोई तिथि निर्धारित नहीं की गयी है लेकिन माना जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद कार्यसमिति की बैठक होगी जिसमें नये कार्यकारी अध्यक्ष पर फैसला लिया जाएगा.
पार्टी राजीव गांधी की 75वीं वर्षगांठ और बापू की 150वीं जयंती को मनाने के लिए सालभर का कार्यक्रम निर्धारित कर रही है जिसके लिए एक विशेष आयोजन समिति गठित किये जाने के संकेत मिले है.
बैठक के बाद समारोह के आयोजन की पुष्टि करते हुए पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश को 21वीं सदी में ले जाने की जो कल्पना राजीव गांधी ने की थी वह साकार हुई है, संचार क्रांति, कम्प्यूटर क्रांति, युवा मताधिकार और महिलाओं को आरक्षण के साथ-साथ पंचायतों को अधिकार देने के जनक रहे राजीव गांधी को मोदी सरकार नकारने की कोशिश में जुटी है लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी.
इसी उद्देश्य से यह समारोह देशभर में आयोजित किया जा रहा है ताकि युवा पीढ़ी को राजीव गांधी के योगदान से रुबरु कराया जा सके.
पार्टी प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि पंजाब, पूर्वोत्तर के राज्यों जिसमें असम और मणिपुर शामिल था में अलगाववादी ताकतें जब अपने चरम पर थी तब राजीव गांधी ने सूझ-बूझ का परिचय देते हुए समझौते कराये और देश की अखंडता को बचाए रखा.
असम समझौता, मिजोरम समझौता, के जरिए ना केवल राजीव गाधी ने शांति स्थापित की बल्कि आंदोलन की राह पर चल रहे लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने का भी काम किया.
पार्टी राजीव गांधी के लिए आयोजित कर रहे समारोह में कांगे्रस के नेताओं के अलावा, विपक्षी दलों के नेताओं विधानमंडल दल के नेताओं को भी आंमत्रित कर रही है. सूत्र बताते है कि राजधानी दिल्ली में पार्टी जिस बड़े कार्यक्रम का आयोजन कर रही है उसमें अंतराष्ट्रीय जगत से कुछ विदेशी हस्तियों को बुलाने की कोशिश हो रही है।
मतलब साफ है कि राजीव गांधी के जयंती के जरिये कांग्रेस राजीव गांधी के खिलाफ फैलाई जा रही झूठ का जबाब देगी और साथ ही अंतराष्ट्रीय स्तर के नेताओ को बुलाकर ये सन्देश देने की कोशिश करेगी कि राजीव सिर्फ भारत के ही नही बल्कि अंतराष्ट्रीय नेता थे।