कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयानों को तोड़मरोड़ कर सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जाने का भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल का कारनामा अब भारतीय टीवी मीडिया के पत्रकार के द्वारा किया जा रहा है जो मीडिया के सबसे बुरे दौर में पहुंचने का सबूत बन गया है।
ऐसा ही एक कारनामा राहुल गांधी के द्वारा कोरोना वायरस को लेकर की गई प्रेस वार्ता के बाद भी किया गया। जिसमें राहुल गांधी ने कहा था कि सिर्फ लॉक डाउन से कोरोना वायरस को नहीं खत्म किया जा सकता है जिसे कुछ मीडीया चैनल द्वारा तोड़मरोड़ कर पेश किया गया कि राहुल गांधी ने लॉक डाउन का ही विरोध किया।
इस बात से नाराज होकर कांग्रेस ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया अब तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के बयान को तोड़मरोड़ कर चलाने वाले मीडिया एंकरों पर FIR दर्ज करवाना शुरु कर दिया है।
कांग्रेस ने आर भारत न्यूज चैनल के संपादक अर्नब गोस्वामी के खिलाफ सिविल लाइन सीएसपी को लिखित शिकायत देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. कांग्रेस के नेताओ ने अर्नब गोस्वामी के ऊपर आरोप लगाया है कि उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों को तोड़ मरोड़कर अपने चैनल में प्रस्तुत किया.
कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को रायपुर के सिविल लाइन सीएसपी कार्यालय पहुंचा.जहां उन्होने अर्नब के खिलाफ अपनी शिकायत सीएसपी नसर सिद्धीकी को सौंपी. शिकायत सौंपने के बाद कांग्रेस नेता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने 16 अप्रैल को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और उसमें उन्होंने लॉक डाउन के लिए कुछ सुझाव केंद्र सरकार को दिए थे. उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस यूट्यूब और सारी जगह पर स्पष्ट रूप से उल्लेखित है परंतु उसके बाद भी राहुल गांधी के स्टेटमेंट को तोड़ मरोड़ कर दिखाने का गलत प्रयास रिपब्लिक टीवी के अर्णब गोस्वामी के द्वारा किया गया है.
इस तरह के जो भ्रम फैलाने की कोशिश की गयी है, पूरे देश में केंद्र सरकार और राज्य सरकार लॉक डाउन सख्ती से पालन कर रही है, लेकिन उसका उलंघन करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने की दिशा में अपने टीवी चैनल का मिस यूज किया है जो गलत है।
सिविल लाइन सीएसपी नसर सिद्दीकी ने कहा कि कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन सौंपा है. इसका परीक्षण करके अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।