
लोकसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े राहुल गांधी ने गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की। इस मुलाक़ात के बाद कयास लगाए जा रहे है कि एनसीपी और कांग्रेस का विलय हो सकता है।
लोकसभा में एनसीपी के 5 सांसदों के विलय से कांग्रेस सदस्यों की संख्या भी बढ़कर 57 हो जाएगी और उसको विपक्ष के नेता का पद भी मिल जाएगा, जिस पर राहुल खुद काबिज होकर मोदी सरकार से मुकाबला कर सकते हैं।
मई 1999 में सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर तारिक अनवर, शरद पवार और पीए संगमा के साथ कांग्रेस से अलग हो गए थे। इसके बाद इन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी बनाई थी।
इसी बीच एनसीपी से कांग्रेस में शामिल हुए नेता तारिक अनवर ने कहा कि उन्होंने पार्टी छोड़ने से पहले पवार के साथ दोनों दलों के विलय के मुद्दे को रखा था। उन्होंने कहा, ‘एनसीपी छोड़ने से पहले मैंने पवार से कहा था कि यह समय कांग्रेस में अपनी पार्टी के विलय कर देने का है। पवार ने इस पर कहा था कि वे अन्य लोगों से बात करेंगे।’