उत्तरप्रदेश सहित पूरे देश मे लोकसभा चुनाव के दौरान मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस ने आने वाले चुनावों में मजबूती के साथ उतरने की कवायद शुरू कर दी है।
इसी सिलसिले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने रायबरेली के भुएमऊ गेस्ट हाउस में 40 जिलों के हारे पार्टी प्रत्याशियों और जिलाध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक करके न सिर्फ हार के कारणों को जानने की कोशिश की, बल्कि यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव बिना गठबंधन के ही लड़ने का एलान भी किया।
इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सपा के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा था जिसमे कांग्रेस का बेहद निराशाजनक प्रदर्शन रहा था उसके बाद लोकसभा में भी कांग्रेस का बुरा हाल ही रहा।
प्रियंका गाँधी ने सभी की हौसला आफजाई की और लोकसभा चुनाव में मिली हार को भूलकर नए सिरे से पार्टी को ताकतवर बनाने में जुटने का आह्वान भी किया। समीक्षा बैठक में हार की वजह पर जल्द फैसला लेने के संकेत भी दिए। पार्टी कार्यकताओं से मिलने के बाद वह वापस रवाना हो गईं।
प्रियंका गांधी को महासचिव बनाए जाने के बाद कांग्रेस को यूपी में बेहतर प्रदर्शन करने का उम्मीद था पर लोकसभा के परिणाम में कांग्रेस 80 में से सिर्फ 1 सीट जीत सकी इसके बाद अब 2022 के लिए विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी प्रियंका के लिए आने वाला समय काफी चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि जहां एक तरफ बीजेपी का पूर्ण बहुमत वाला सरकार है तो वही दूसरी तरफ सपा-बसपा , दोनो से मुकाबला करते हुए पार्टी और खुद को स्थापित करने के लिए प्रियंका अभी से ही तैयारी में जुट गई है।