महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव है ऐसे में बीजेपी सरकार अपने पुराने अंदाज में वहां के विपक्ष नेताओं को निशाना बना रही है और सरकारी एजेंसियों द्वारा उन्हें परेशान करने के लिए नोटिस का सहारा ले रही है। एनसीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नोटिस जारी किया जाना कहीं ना कहीं महाराष्ट्र चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं को निशाने पर लिए जाने का एक नया मामला है
NCP प्रमुख शरद पवार को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नामजद किए जाने के बाद ईडी के सामने उपस्थित होने को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के समर्थक महाराष्ट्र की सड़कों पर उतर आए हैं।
ऐसे में कांग्रेसी नेता राहुल गांधी भी वरिष्ठ नेता के समर्थन में आ गए हैं। राहुल गांधी ने एक ट्वीट के जरिए कहा, “शरद पवार जी बदला लेने वाली सरकार के निशाने पर आए विपक्ष के नए नेता हैं। महाराष्ट्र में चुनाव से मात्र एक महीने पहले हुई यह कार्रवाई और कुछ नहीं, बल्कि राजनीतिक अवसरवाद का प्रतीक है।”
एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार को कॉपरेटिव बैंक में कथित घोटाला के मामले में नामजद किए जाने के बाद शुक्रवार को अपनी स्वेच्छापूर्वक मुंबई के ईडी कार्यालय में पेश होने को कहा गया है।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के शुरुआत से ही लगातार विपक्ष नेताओं को विभिन्न मुद्दों को लेकर परेशान किया जा रहा है और साथ ही विपक्षी दलों के सरकार को भी अस्थिर करने के लिए केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेता लगातार प्रयास कर रहे हैं।